वाराणसी: पुलिस कमिश्नरेट के डीसीपी वरुणा जोन IPS विक्रांत वीर के निजी मोबाइल नंबर से एक वाट्सएप ग्रुप पर पुलिस विभाग से जुड़े कुछ निजी मैसेज वायरल होने से हड़कंप मच गया. पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने इस मैसेज के स्क्रीन शॉट को ट्वीट कर योगी सरकार को आड़े हाथों लिया है.
दरसअल, वाराणसी में खबर बनारस नाम से एक वाट्सएप ग्रुप है. यह एक न्यूज ग्रुप है, जिसको कुछ पत्रकारों द्वारा ऑपरेट किया जाता है. इसमें पुलिस विभाग के कई अधिकारियों और थानेदारों को शामिल किया गया है. इसी ग्रुप में देर रात कमिश्नरनेट में तैनात IPS विक्रांत वीर के निजी मोबाइल नंबर से 5 मैसेज भेजे गए. फारवर्ड 5 मैसेज में पुलिस कमिश्नर, एडीजी लॉ एंड आर्डर, डीजीपी और अपर मुख्य सचिव तक का जिक्र है. इसमें फटकार तक की बात लिखी हुई है. IPS विक्रांत वीर के मोबाइल नंबर से ये मैसेज ग्रुप में आते ही हड़कंप मच गया.
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हालांकि बाद में कुछ मैसेज IPS विक्रांत वीर ने डिलीट कर दिए, लेकिन तब तक इन मैसेज के स्क्रीन शॉट वायरल हो चुके थे. बाद में IPS विक्रांत वीर ने ग्रुप में दो मैसेज लिखे. पहले में मैसेज में इसे बेटी के कारण गलती से फारवर्डेड बताया और लिखा कि इस नंबर से इस ग्रुप पर मेरी बिटिया के द्वारा खेलते समय कुछ मैसेज जो पूरी तरह से असत्य हैं, गलती से चले गए हैं. इनका पूरी तरह से खंडन है और इसका किसी भी प्रकार से सच्चाई से कोई वास्ता नहीं है. यह एक छोटी बच्ची का बचपना समझा जाए और इसे पूरी तरह से निराधार माना जाए. धन्यवाद, जय हिंद.
बाद में IPS विक्रांत वीर ने लिखा कि किसी शरारती तत्व ने उनके मोबाइल पर यह मैसेज भेजे, जो गलती से मेरी बिटिया के द्वारा फॉरवर्ड हो गए हैं. हालांकि इस मामले में पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर ने मैसेज का स्क्रीन शॉट ट्वीट कर योगी सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि, 'IPS विक्रांत वीर के इस कथित वाट्सएप चैट से योगी सरकार की हकीकत व ट्रासफर-पोस्टिंग का खेल तथा मनमानापन पूरी तरह सामने आ जाता है. यह है योगी राज की हकीकत, जिसमें चैट सामने आने के बाद विक्रांत वीर द्वारा तरह-तरह के बहाने बनाने की बात कही जा रही है'.