वाराणसी : जिले के अस्सी घाट के निकट काशी की प्राचीन वेद परंपरा के वाहक वैदिक विद्वानों द्वारा बसंत पूजा के साथ गांधर्व महोत्सव का शुभारंभ किया गया. वहीं देर शाम अंतरराष्ट्रीय कलाकारों ने समां बांध कर दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया. दर्शको ने ताली बजाकर कलाकारों का उत्साहवर्धन किया.
वाराणसी: अस्सी घाट पर हुआ गांधर्व महोत्सव का शुभारंभ, कलाकारों ने दी शानदार प्रस्तुति
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में अस्सी घाट के पास प्राचीन वेद परंपरा के वाहक वैदिक विद्वानों द्वारा बसंत पूजा के साथ गांधर्व महोत्सव का शुभारंभ किया गया. इस महोत्सव में अंतरराष्ट्रीय कलाकारों ने शानदार प्रस्तुति दी.
गांधर्व महोत्सव काशी में एक अनोखा प्रयास है. सांस्कृतिक नगरी में संगीत को आगे बढ़ाने का वेदों को आगे बढ़ाने का यहां पर राज्य प्रथम निशा का कार्यक्रम हुआ. इसमें विशाल कृष्ण का कत्थक नृत्य, पंडित राजेंद्र प्रसन्ना का बांसुरी वादन. पुराने कलाकारों के साथ नए बढ़ते कलाकारों का एक समन्वयक यहां देखने को मिला जो काशी की सांस्कृतिक परंपरा को आगे बढ़ा रहा है. इस कार्यक्रम का मात्र उद्देश्य है कि संगीत हमारे मनोरंजन का साधन नहीं बल्कि एक साधना है जिसके द्वारा हम ईश्वर की प्राप्ति कर सकते हैं.
देवव्रत, सदस्य आयोजक