वाराणसी:उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर तमाम राजनीतिक पार्टियां मतदाताओं को आकर्षित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका गांधी रविवार को पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में किसान न्याय रैली कर रही हैं.
इस बीच ईटीवी भारत ने मशहूर शायर एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष इमरान प्रतापगढ़ी से खास बातचीत की. जहां उन्होंने आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस की तैयारियों के बारे में बताते विपक्ष पर निशाना साधा. इमरान प्रतापगढ़ी कांग्रेस नेता के साथ-साथ मशहूर शायर हैं. इमरान के सोशल मीडिया पर 10 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं. युवा उन्हें खासा पसंद भी करते हैं.
इमरान प्रतापगढ़ी ने शायराना अंदाज में अपनी बात शुरू करते कहा कि आवाम का है...किसान का है...सवाल लोगों की जान का है....जो भी शामिल है...जो भी कातिल है.. उन्हें इसका जवाब लेंगे सनद रहे हम हिसाब लेंगे.
इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि कांग्रेस हमेशा किसानों के साथ खड़ी है. पंजाब में सबसे पहले ट्रैक्टर चलाकर राहुल गांधी ने किसानों का साथ दिया. उसके बाद जब आंदोलन की गति धीमी पड़ने लगी तो राहुल गांधी ट्रैक्टर चलाकर संसद पहुंचे थे.
लखीमपुर की घटना को लेकर प्रियंका गांधी ने जो तेवर दिखाया है. उससे प्रदेश सरकार डरी हुई है. प्रियंका गांधी पुलिस से लड़ते-लड़ते लखीमपुर खीरी पहुंची और पीड़ितों से मुलाकात की. इस दौरान यूपी पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार भी किया, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. उत्तर प्रदेश की जनता को पता चल गया है कि अगर उनकी लड़ाई कोई लड़ सकता है तो वह प्रियंका गांधी है.
अखिल भारतीय कांग्रेस अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष इमरान प्रतापगढ़ी ने दावा करते कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के बिना कोई सरकार नहीं बना सकता है. प्रदेश का हर कांग्रेस कार्यकर्ता चाहता है कि उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री का चेहरा प्रियंका गांधी हो.
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री के सवाल पर इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि कांग्रेस एक लोकतांत्रिक पार्टी है. हमारा एक सिस्टम है. हमारे यहां जनरल सेक्रेटरी होते हैं. किसी भी प्रदेश के चुनाव की प्रभारी होती हैं. हमारे पास प्रियंका गांधी नाम का करिश्माई चेहरा है और हम उन्हीं के नेतृत्व में यह चुनाव लड़ रहे है. उत्तर प्रदेश का एक-एक कार्यकर्ता चाहता है कि वह खुद को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने में सहमति जता दे. अगर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के लिए सहमत है तो भी हमारा चेहरा है और नहीं सहमत से तो भी हमारा चेहरा हैं.
इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि प्रियंका गांधी को छोड़कर कोई भी विपक्ष मजबूत नहीं है. हाथरस की घटना को देख लीजिए. लखीमपुर की घटना को देख लीजिए प्रियंका गांधी के बाद भी तमाम विपक्ष के नेता एक्टिव होते हैं. सबसे पहले कहीं पहुंचती है तो हमारी नेता प्रियंका गांधी पहुंचती हैं.