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वाराणसी SSP के नाम वायरल पत्र पर पूर्व IPS ने किया ट्वीट, पुलिस कमिश्नर ने दी सफाई

कोरोना संकट के इस दौर में कोविड-19 संक्रमण से बचने के अजीबो-गरीब तरीके सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. इसी तरह का एक उपाय वाराणसी एसएसपी के नाम से वायरल हुआ है, जिसमें कच्चे आम के छिलके सहित खाने पर कोरोना के खात्मे की बात कही गई है. इस उपाय पर पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने भी ट्वीट करते हुए वाराणसी पुलिस पर सवाल खड़ा किया. जिसके बाद वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ने इस मामले में सफाई दी है.

पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश
पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश

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Published : May 12, 2021, 7:43 AM IST

Updated : May 12, 2021, 9:34 AM IST

वाराणसी: पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने एक ट्वीट किया है. जिसमें उन्होंने बताया है कि वाराणसी एसपी ने दावा किया है की छिलका सहित कच्चा आम खाना कोरोना में लाभदायक है. ईश्वर जाने कितना गलत कितना सही. इसके बाद वाराणसी पुलिस ने सफाई देते हुए कहा कि वाराणसी एसपी द्वारा कोई ऐसी बात नहीं की गई है. 4 मई को एक मेल आया है, जिसमें ये बताया गया है कि कोरोना संक्रमित इलाज के लिए छिलका सहित कच्चा आम खाने से फायदा होगा.

SSP के नाम वायरल पत्र

vinkay india नाम के यूजर ने भेजा मेल
पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर के ट्वीट के बाद वाराणसी पुलिस ने बताया कि हम सभी मेल को गंभीरता से लेते हैं, जिससे हमको पता चले कि कोई हमें सन्देश दे रहा है या प्रार्थना कर रहा है. इसी तरह 4 मई को vinkay india नाम के यूजर के मेल से मेल आता है, जिसमें छिलका सहित कच्चा आम खाने से कोरोना में फायदे की बात कही जाती है. इसके बाद उसका प्रिंट आउट निकाला जाता है, जिससे उसका पता लगाया जा सके.

अमिताभ ठाकुर ने किया ट्वीट

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अमिताभ ठाकुर ने ट्वीट में लिखी ये बात
अमिताभ ठाकुर ने ट्वीट में लिखा कि 'SP वाराणसी का दावा- कोरोना के इलाज में छिलका सहित कच्चा आम बहुत लाभप्रद ! ईश्वर जाने कितना सही, कितना गलत ! यह अवश्य है कि कोरोना ने हम सबों को डॉक्टर बना दिया है.'

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पुलिस कमिश्नर देखते हैं ट्वीट
वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि हम ई-मेल पर आए सभी प्रार्थना पत्रों को देखते हैं, ताकि जनता का विश्वास बना रहे. बिना पढ़े हमें कैसे मालूम पड़ेगा कि पीड़ित व्यक्ति या प्रार्थना देने वाले ने क्या लिखा है. वो अपनी परेशानी बता रहा है या हमें संदेश दे रहा है. उन्होंने आगे बताया कि इस प्रार्थना पत्र को भी हमने पढ़ा, लेकिन अब तो ये भेजने वाले के समझ की बात है कि वो हमें क्या भेजता है, लेकिन पुलिस टीम या एसपी बनारस द्वारा ऐसा कोई भी दावा नहीं किया गया है.

Last Updated : May 12, 2021, 9:34 AM IST

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