वाराणसी: नवरात्र में भक्त 9 दिनों तक माता के नौ रुपों का पूजन करते हैं. नवरात्रि के पावन अवसर पर काशी में भक्त माता के दर्शन कर प्रफुल्लित हो रहे हैं. नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा के दर्शन का विधान है. इसलिए काशी में भक्त मंदिरों में मां चंद्रघंटा के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं.
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ऐसे पड़ा चंद्रघंटा नाम
चंद्रघंटा मंदिर के महंत वैभव योगेश्वर ने बताया कि नवरात्र के तीसरे दिन चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. इनके गले में सफेद फूलों की माला सुशोभित रहती है. इनके घंटे की भयानक ध्वनि से अत्याचारी दानव, दैत्य और राक्षस सदैव भयभीत रहते हैं. मां चंद्रघंटा के माथे पर चंद्रमा रूपी घंटा स्थित है और यही कारण है कि मां को मां चंद्रघंटा कहा जाता है.