वाराणसी: देव दीपावली का पर्व 7 नवंबर को मनाया जाएगा. इस बार दशाश्वमेध घाट (Dashashwamedh Ghat) पर होने वाली महाआरती हर साल की अपेक्षा और भी बृहद रूप में होगी. जनपद में अनवरत तीन दशक से भी ज्यादा समय से आध्यात्मिकता और राष्ट्रवाद को संकल्पित समर्पित विश्व प्रसिद्ध देव दीपावली महोत्सव इस वर्ष भी राष्ट्र के अमर वीर योद्धाओं को समर्पित रहेगी. साथ ही साथ वर्षों से चली आ रही एक संकल्प गंगा किनारे के माध्यम से मां गंगा को स्वच्छ एवं निर्मल बनाने के लिए गंगा सेवा निधि द्वारा देव दीपावली महोत्सव में देश-विदेश से आये हुए लाखों श्रद्धालुओं व पर्यटकों को संकल्प दिलाकर संस्था द्वारा यह आवाहन किया जायेगा.
बता दें कि गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्र ने बताया कि अपने स्वजनों की स्मृति में आकाशदीप की परिकल्पना के साथ देश भक्ति को आज से दो दशक से भी ज्यादा समय काल पूर्व अर्थात 1999 कारगिल युद्ध विजय के उपलक्ष्य में हमने अमर शहीदों के पुण्य स्मृति में आकाशदीप संकल्प का विस्तारीकरण एवं राष्ट्रीय रूप दिया था. संस्था द्वारा भारत अमर वीर योद्धाओं की स्मृति में सम्पूर्ण कार्तिक मास आकाश दीप जलाया जाता है.
गंगा सेवा निधि द्वारा आयोजित आध्यात्मिकता और राष्ट्रवाद को समर्पित भव्य देव दीपावली महोत्सव के साथ ही आकाशदीप का समापन किया जाता है. इसके अलावा भारत के अमर वीर योद्धाओं को भगीरथ शौर्य सम्मान से सम्मानित भी किया जाता है. काशी में सदियों से गंगा घाटों पर अपने पूर्वजों की स्मृति में उनके स्वर्ग लोक की यात्रा के मार्ग को आलोकित करने के लिए आकाश दीप जलाने की परंपरा रही है. आकाश-दीप से जुड़े कथानकों में ऐसी मान्यता है कि महाभारत युद्ध में प्राण विसर्जित करने वाले वीरों की स्मृति में भीष्म ने कार्तिक मास में दीप मालिकाओं से उन्हें सन्तर्पण दिया था. यह महोत्सव 07 नवंबर सोमवार को सायंकाल 5:20 बजे वृहद रूप में दशाश्वमेध घाट पर आयोजित किया जाएगा.