वाराणासी.उत्तर प्रदेश का चुनाव भले ही खत्म हो गया है लेकिन 10 मार्च को आने वाले परिणाम पर सबकी निगाहें टिकी हुईं हैं. सभी राजनीतिक दल अपने-अपने जीत का दावा कर जश्न की तैयारी में भी जुट गए हैं. चूंकि चुनाव का परिणाम होली से ठीक पहले आएगा, इसलिए चुनावी मिजाज भी होलीयाना हो गया है. राजनीतिक दल अपने-अपने दलों के अनुसार रंगों का चयन कर गुलाल की खरीदारी कर रहे हैं. इसका नतीजा है कि इन दिनों रंगों के बाजार में भगवा और लाल रंग के गुलालो की डिमांड ज्यादा हो गई है.
बात पूर्वांचल की सबसे बड़ी मंडी दालमंडी की बात करें तो वहां के बाजारों में पीला, हरा, नीला, केसरिया और लाल रंग के गुलाल की डिमांड सबसे ज्यादा है. होली के 12 दिन पहले जहां बिक्री का आंकड़ा 50 से 60 किलो होता था, वहीं मंगलवार को ये आंकड़ा दोगुना हो गया है. गुलाल खरीदने आए लोगों ने बताया कि होली से पहले चुनावों के परिणाम आएंगे और उसका जश्न तो बनता ही है. इसलिए वे लोग गुलाल खरीदने आये हैं. चूंकि लोग केसरिया व लाल गुलालों की डिमांड ज्यादा कर रहे हैं, इसलिए वे लोग भी उसी की खरीदारी करने आए हैं. पीला गुलाबी के साथ-साथ केसरिया और लाल गुलाल की डिमांड सबसे ज्यादा हैं.
वहीं, दुकानदार ने बताया कि इस समय लोग जिस तरीके से भगवा और लाल गुलाल की खरीदारी कर रहे हैं, उससे यही लग रहा है कि इस बार होली दो बार मनाई जाएगी. पहली होली 10 मार्च को (विधानसभा चुनाव परिणाम का दिन) और दूसरी 18 मार्च को. उन्होंने बताया कि थोक दुकानदार हो या फिर फुटकर, सभी केसरिया और लाल रंग को खरीद रहे हैं. डिमांड में ज्यादा केसरिया रंग है. उन्होंने बताया कि बिक्री भी काफी तेजी से हो रही है और कुछ कीमतों में भी तेजी है.