वाराणसी: जिले में एक महीने पहले एक ज्वेलरी शॉप के मालिक के दो कर्मचारी 50 लाख रुपये लेकर फरार हो गए थे. दोनों कर्मचारी बैंक में पैसे जमा करने गए थे. ज्वेलरी व्यापारी की शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस ने बुधवार को एक महीने के बाद एक आरोपी कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया. इसके पास से 42 लाख रुपये भी बरामद हुए हैं. जबकि, दूसरा साथी भागने में सफल हो गया. दोनों ही आरोपी कर्मचारी बिहार राज्य के निवासी बताए जा रहे हैं.
सर्राफा कारोबारी नरसिंह अग्रवाल ने बताया कि सिगरा थाना क्षेत्र में उनकी ज्वेलरी शॉप है. उनके यहां पिछले 4 साल से हर्ष कुमार सोनी और 8 महीने से दीपक झा काम कर रहे थे. 20 अक्टूबर 2023 को व्यापारी नरसिंह अग्रवाल ने दोनों कर्मचारियों हर्ष और दीपक को 50 लाख रुपये बैंक में जमा करने के लिए भेजा था. लेकिन, काफी देर होने के बाद भी दोनों वापस नहीं आए. इसपर व्यापारी नरसिंह अग्रवाल को टेंशन हुई तो उन्होंने बैंक मैनेजर को फोन लगाया. जहां उन्हें पता चला कि उनके दोनों कर्मचारी हर्ष और दीपक बैंक में आए ही नहीं हैं.
नरसिंह अग्रवाल को लगा कि शायद रास्ते में कोई दुर्घटना हो गई है. इसीलिए दोनों बैंक नहीं पहुंचे. यह सोचते हुए नरसिंह अग्रवाल ने अपने एक दूसरे कर्मचारी को दीपक और हर्ष को देखने के लिए भेजा. लेकिन, दोनों का कही कोई पता नहीं चला और कॉल करने पर मोबाइल स्विच ऑफ आया. इसके बाद व्यापारी नरसिंह अग्रवाल को शक हुआ तो वह दोनों कर्मचारियों के घर गए. जहां उन्हें स्कूटी और दोनों कर्मचारियों के मोबाइल मिले. इसके बाद व्यापारी ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज चेक किए. जिसमें दोनों स्कूटी को छोड़ कर फरार होते हुए नजर आए. इसके बाद नरसिंह अग्रवाल ने सिगरा थाना में मुकदमा पंजीकृत कराया.
मुकदमा दर्ज कर सिगरा पुलिस बदमाशों की तलाश में जुट गई. पुलिस ने बताया कि घटना के बाद दोनों आरोपी कर्मचारी किसी प्रकार के मोबाइल या सोशल मीडिया पर एक्टिव नहीं थे, जिससे दोनों को पकड़ने में काफी समस्या हुई. एक महीने में दोनों ने एक या दो जगह सोशल मीडिया का प्रयोग किया था. एक महीने बाद 22 नवंबर को एक आरोपी दीपक झा स्टेशन पंडित दीन दयाल उपाध्याय नगर से नील गिरी एक्सप्रेस से दिल्ली भागने की फिराक में था. जहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. दीपक के पास से पुलिस को 42 लाख रुपये बरामद हुए. पूछताछ में दीपक ने बताया कि वह बनारस से इलाहाबाद, वहां से दरभंगा फिर पटना और नेपाल घूमते हुए गुरुदासपुर पंजाब से अपने गांव जा रहा था. लेकिन, पहले ही पुलिस ने पकड़ लिया.