वाराणसी: सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वाराणसी मंडल के विकास कार्यों के प्रगति की समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने वैक्सीन आने तक कोरोना से बचाव के लिए हर स्तर जागरूकता बढ़ाने के अधिकारियों को निर्देशि दिए. सीएम ने कहा कि इसके साथ ही विकास को बढ़ाना है. कई पूर्व की योजनाएं एसआईटी जांच में हैं, इसमें जिम्मेदारी तय कर FIR और वसूली की कार्रवाई होगी. विकास कार्य समयबद्ध और गुणवत्ता के साथ संपन्न हों.
मुख्यमंत्री ने कहा कि काशी कमिश्नरी महत्वपूर्ण है, प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र है. काशी के अनुरूप काशी की महत्ता को देश दुनिया जैसा देखना चाहती है, उसमें कोताही नहीं हो. 6 वर्ष में काशी ने विकास की लंबी यात्रा तय की है. इससे काशी सहित आसपास के बड़े क्षेत्र को लाभ मिला है. विकास योजनाओं में धन समय से प्राप्त हो, इसके लिए उपयोगिता प्रमाण पत्र समय से शासन को भेजें. विकास कार्य के लिए जमीन की उपलब्धता समय से हो. काशी में स्मार्ट सिटी में अच्छा काम हुआ है. जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर समन्वय स्थापित कर योजनाओं को मूर्तरूप दें. अमृत योजना में सीवर, पेयजल के कार्य घर-घर कनेक्शन देकर पूर्ण हो. बरसात में सड़कों पर हुए गड्ढे त्योहारों से पूर्व गड्ढा मुक्त सड़कें बन जाएं और गुणवत्ता से बनें.
प्रधानमंत्री आवास, मुख्यमंत्री आवास, शौचालय की 100 फीसदी जियो टैगिंग हो. जिस योजना के लिए पैसा शासन से दिया जाए उसी कार्य में व्यय हो, गांवों में सामुदायिक शौचालय, ग्राम सचिवालय का निर्माण बड़े स्तर पर हो रहा है, इसके लिए भूमि चयन तेजी से करें. इसमें जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर निस्तारण करें. हर जनपद में गो आश्रय स्थल बने हैं. निराश्रित पशुओं के रखरखाव और सुरक्षा के लिए कई योजनाएं लागू हैं, उन्हें प्रभावी रूप से लागू करें.
सीएन ने कहा कि कोविड काल के दौरान प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत की घोषणा हुई. इसमें रोजगार की अनेकों योजनाएं हैं. प्रवासियों को रोजगार की व्यवस्था है. उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर प्रवासियों को रोजगार मिला. कृषि विकास के लिए एफपीओ के गठन की प्रक्रिया बढ़ाएं, भंडारण क्षमता बढ़ाएं. इससे उत्पादन, रोजगार और आर्थिक समृद्धि बढ़ेगी. काशी में पर्यटन की बहुत संभावनाएं हैं. 6 वर्ष में काशी में पर्यटन की दृष्टि से विश्व स्तरीय सुविधाएं बढ़ी हैं.