उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

...अब CBCS प्रणाली से पढ़ेंगे छात्र, काशी विद्यापीठ ने लिया निर्णय

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन (वाराणसी) ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रिन्यावयन की कवायद तेज कर दी है. इस क्रम में सत्र-2021-22 से स्नातक स्तर पर न्यूनतम समान पाठ्यक्रम व च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) प्रणाली लागू करने का फैसला लिया है.

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन वाराणसी
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन वाराणसी

By

Published : Jun 6, 2021, 7:33 AM IST

वाराणसी: नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की तैयारी तेज कर दी गई है. इस क्रम में वाराणसी स्थित महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ने इस ओर कदम बढ़ाया है. जी, हां विद्यापीठ ने 2021-22 सत्र में स्नातक स्तर से न्यूनतम समान पाठ्यक्रम और सीबीसीएस (च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम Choice Based Credit System) प्रणाली को लागू करने का निर्णय लिया है.

सीबीसीएस प्रणाली लागू होगी

विश्वविद्यालय के कुलसचिव एसएल मौर्य ने बताया कि विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति को लागू करने पर जोर दिया जा रहा है. इसी के तहत बैठक कर स्नातक स्तर पर च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम प्रणाली(CBCS) लागू करने का निर्णय लिया गया है. कुलपति के मुताबिक विद्यार्थियों की सुविधा और नई शिक्षा नीति के विभिन्न बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय में सीबीसीएस प्रणाली लागू करने की योजना बनायी गई है. इसके लिए एक मुख्य समिति का गठन किया गया है, जिसके अनुमोदन पर सीबीसीएस प्रणाली को लागू कर दिया जाएगा.

विद्यार्थियों को होगी आसानी

आपको बता दें, कि सीबीसीएस प्रणाली लागू होने के बाद विद्यार्थी बिना साल बर्बाद किए अन्य संस्थान में आसानी से प्रवेश ले सकेंगे और वो अन्य पाठ्यक्रमों का भी अध्ययन जारी कर सकेंगे. इस पद्धति के तहत विद्यार्थियों को सीजीपीए के जरिए रिजल्ट उपलब्ध कराया जाएगा.

इसे भी पढ़ें-लखनऊ विश्वविद्यालय ने B.El.Ed में लागू की सेमेस्टर प्रणाली

इसी माह होगी स्थायी कुलपति की नियुक्ति

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ और संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में स्थायी कुलपति की नियुक्ति की प्रक्रिया तेज हो गई है. इस संबंध में विश्वविद्यालय ने सर्च कमेटी का गठन कर नए कुलपति के नाम का चयन कर साक्षात्कार हेतु प्रस्तावित किया है. कयास लगाया जा रहा है कि इसी महीने स्थायी कुलपति की नियुक्ति हो जाएगी. विदित हो कि वर्तमान में दोनों विश्वविद्यालयों के कुलपति का कार्यकाल अवधि समाप्त हो चुका है. कोरोना महामारी के कारण नए कुलपति की नियुक्ति में समय लग रहा है, जिसके कारण कुलाधिपति आंनदी बेन पटेल ने अपने अधिकार का प्रयोग कर अस्थायी कुलपति की नियुक्ति की थी, जो वर्तमान में विश्वविद्यालय का कार्यभार संभाल रहे हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details