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वाराणसी में हेलमेट न पहनने पर ताबड़तोड़ चालान, फिर भी नहीं थम रहा सिर पर चोट से मौतों का सिलसिला

वाराणसी में हेलमेट को लेकर पहले जागरूकता की कमी थी, लेकिन जब सड़क पर सख्ती हुई है. इसके बावजूद लगातार सिर में चोट लगने से मौत का सिलसिला जारी है.

एसपी ट्रैफिक दिनेश कुमार.
एसपी ट्रैफिक दिनेश कुमार.

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Published : Jul 8, 2022, 4:58 PM IST

वाराणसीः ट्रैफिक नियमों के पालन के लिए कई तरह से निगरानी की जाती है. पहले तो सिर्फ चौराहों पर खड़े पुलिस और ट्रैफिक पुलिस तोड़ने वालों पर सख्त होकर चालान काटते थे. लेकिन अब चलाने के तरीके बदल गए हैं. अब चौराहे पर लगे कैमरे और ट्रैफिक पुलिस के जवान मोबाइल से फोटो खींचकर आपके नंबर पर मैसेज के जरिए चालान भेज देते हैं. चालान हर रोज हजारों की संख्या में होते रहे हैं लेकिन हादसों में कमी नहीं हो रही है. हालात यह है कि बनारस में हेलमेट को लेकर ताबड़तोड़ चालान हो रहे हैं लेकिन सिर पर चोट लगने से मौत के आंकड़े कम नहीं हो रहा है.

एसपी ट्रैफिक दिनेश कुमार.
जनवरी से जून 2022 तक चालान के आंकड़ों पर गौर करें तो वाराणसी में सिर्फ हेलमेट न पहनने वाले 11740 लोगों का चालान किया गया. आश्चर्य की बात तो यह है इतने ताबड़तोड़ चालान सिर्फ 6 महीने में हुए फिर भी हादसों में कमी नहीं आई है. बनारस में जून 15 तक अलग-अलग सड़क हादसों के दौरान सिर पर चोट लगने से 24 लोगों की जान गई है. वहीं, 18 लोगों की मौत सड़क हादसे में अन्य वजहों से हुई है.चालान ताबड़तोड़ होने के बाद भी सिर पर चोट लगने से हो रही मौत यह निश्चित और को साफ करती है कि सड़क पर सख्ती तो जरूर है, लेकिन लोग अब भी अपनी जान को लेकर बेपरवाह हैं. जिसे लेकर चालान से ज्यादा जागरूकता की जरूरत है. एसपी ट्रैफिक दिनेश कुमार का कहना है कि लोगों को जागरूक किया जाता है. जागरूकता बढ़े इसके लिए लोगों को खुद अपने स्तर पर भी कार्य करना होगा. पुलिस की तरफ से लगातार प्रयास किए जाते हैं. पहले से बहुत सुधार हुआ है और यह जारी रहेगा.

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चालान का हाल अलग-अलग नियमों में
हेलमेट न पहनने पर- 11740
मोडिफाइड साइलेंसर- 150
प्रेशर हॉर्न- 1840
गलत साइड ड्राइविंग- 3210
ओवर स्पीड- 32
मोबाइल के इस्तेमाल ड्राइविंग के दौरान -2410

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