वाराणसी: प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी बसंत पंचमी के दिन बीएचयू अपना स्थापना दिवस मना रहा है. महामना पंडित मदन मोहन मालवीय ने 4 फरवरी 1916 बसंत पंचमी के दिन एशिया के सबसे बड़े आवासीय विश्वविद्यालय की स्थापना की थी. स्थापना दिवस के इस मौके पर विभिन्न संकायों द्वारा अलग-अलग झांकियां निकाली जाती हैं.
वाराणसी: बीएचयू में दिखेगा राजपथ जैसा नजारा, स्थापना दिवस पर विशेष होंगी झांकियां
बीएचयू आगामी वसंत पंचमी को अपना 103 वांं स्थापना दिवस मनायेगा. बता दें महामना पंडित मदन मोहन मालवीय ने 4 फरवरी 1916 को बसंत पंचमी के दिन एशिया के सबसे बड़े आवासीय विश्वविद्यालय की स्थापना की थी.
बता दें कि बीएचयू अपना 103 वांं स्थापना दिवस मना रहा है. इस बार सर सुंदरलाल चिकित्सालय बीएचयू आयुष्मान भारत के बारे में लोगों को जागरुक करते हुए नुक्कड़ नाटक और गीत के माध्यम से झांकी निकालेगा. इन झांकियों के बीच यह दिखाया जाता है कि कितना विकास किया गया है. विभिन्न छात्र-छात्राओं के साथ अध्यापक भी इस दौरान पूरे मस्ती में दिखते हैं. बैंड की धुन पर एनसीसी कैडेट विभिन्न परेड करते नजर आते हैं.
सर सुंदरलाल चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. विजय नाथ मिश्रा ने बताया कि इस बार की झांकी सर सुंदरलाल चिकित्सालय जो निकालेगा. इसमें आयुष्मान भारत के बारे में लोगों को जागरूक किया जाएगा. इसका प्रयोग कैसे करें इसमें रजिस्ट्रेशन कैसे कराएं. यह बहुत ही आसान है लेकिन आम जनता तक अभी भी नहीं पहुंच पाया है. नुक्कड़ नाटक के माध्यम से हम अपनी इस बात को सबके सामने रखेंगे और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ बेटी बढ़ाओ गीत संगीत के माध्यम से लोगों को जागरुक करेंगे.