वाराणसी: शिक्षा मंत्रालय की ओर से हर साल रैकिंग जारी कराई जाती है. पिछले पांच साल से काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU बीएचयू) अपनी एनआईआरएफ ( National Institute Ranking Framework नेशनल इंस्टीट्यूट रैकिंग फ्रेमवर्क) रैकिंग में तीसरी नंबर पर काबिज है. ओवरऑल दस सर्वश्रेष्ठ संस्थानों की सूची में भी बीएचयू लगातार पांचवी बार दसवें स्थान पर है. शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Education Minister Dharmendra Pradhan) की ओर से इसकी घोषणा बृहस्पतिवार को की गई. इस रैंकिंग के लिए देश भर से 1657 संस्थानों ने हिस्सा लिया था. वहीं, लखनऊ स्थित बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ BBAU देश के टॉप 100 विश्वविद्यालयों की सूची में 65वें स्थान पर रहा है.
सर्व विद्या की राजधानी कहे जाने वाले काशी हिंदू विश्वविद्यालय (Banaras Hindu University) के लिए अच्छी खबर है. एनआईआरएफ रैंकिंग (NIRF) में विश्वविद्यालय ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है. बीएचयू लगातार पांचवीं बार देशभर के विश्वविद्यालयों में तीसरे स्थान पर काबिज है. उसके साथ ही देश के सर्वश्रेष्ठ उच्च शिक्षण संस्थानों की ओवर रैंकिंग में महामना (Mahamana Malviy) की बगिया का दसवां स्थान है.
NIRF रैंकिंग में बीएचयू को तीसरी और बीबीयू को मिली 65वीं रैंकिंग बीएचयू सामाजिक विज्ञान संकाय (BHU Faculty of Social Sciences) के संकाय प्रमुख कौशल किशोर मिश्रा ने बताया विश्वविद्यालय ने NIRF रैंकिंग में तीसरा स्थान प्राप्त किया है. यह काफी खुशी की बात है. बीएचयू लगातार 5 बार तीसरे नंबर पर बना हुआ है तो यह बहुत बड़ी बात है. हम आशा करते हैं कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय प्रथम स्थान पर आए. प्रथम स्थान पर आने के लिए बीएचयू लगातार प्रयासरत है. बीएचयू में प्रतिदिन नए शोध कार्य व अच्छे कार्य के साथ ही विभिन्न कार्यों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. काशी हिंदू विश्वविद्यालय के लिए मालवीय जी का प्रताप है. मानव संसाधन विकास मंत्रालय (Ministry of Education) की ओर से जारी एनआईआरएफ रैंकिंग में लखनऊ के बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (Babasaheb Bhimrao Ambedkar University) की तस्वीर बेहतर उभर कर सामने आई. BBAU देश के टॉप 100 विश्वविद्यालयों की सूची में जगह बनाई. 65वें स्थान पर रहा है. हैरानी की बात है कि शहर के 100 साल पुरानी यूनिवर्सिटी लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) इस रैंकिंग में काफी नीचे रही है. उसे 151 से 200 के वर्ग में निचले पायदान पर रखा गया है.
बता दें, इस रैंकिंग में शामिल होना अनिवार्य नहीं है. ऐसे में बड़ी संख्या में ऐसे शिक्षण संस्थान हैं जो निजी संस्थानों से तो रैंकिंग लाकर बड़े-बड़े दावे करते हैं, लेकिन मानव संसाधन विकास मंत्रालय की स्वयं की प्रक्रिया में शामिल ही नहीं होते हैं. बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ ने नेशनल इंस्टिट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) रैंकिंग में 65वें पायदान पर रही है. विश्वविद्यालय प्रशासन का दावा है कि अकैडमिक कैलेंडर के सख्ती से पालन करने से लेकर सुचारू रूप से कक्षाओं के संचालन, सभी पर कुलपति का खास ध्यान रहता है. इसके चलते विश्वविद्यालय की तस्वीर बेहतर हुई है.इसके साथ ही विवि के ग्रामीण प्रबंधन विभाग ने भी इस बार रैंकिंग में 75-100 बैंड में अपनी जगह बनाने में सफलता हासिल की है. विवि के ग्रामीण प्रबंधन विभाग ( Rural Management Department) की यह विशेष उपलब्धि रही है जिसमें टॉप 100 मैनेजमेंट इंस्टीट्यूशन्स में विवि का यह विभाग शामिल हो चुका है.
यह है nirf में लखनऊ के टॉप संस्थान
मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से जारी होने वाली इस रैंकिंग में संस्थानों को अलग-अलग मापदंडों पर आकर जाता है. वर्ग भी अलग-अलग है. शिक्षण संस्थानों को अलग-अलग वर्ग जैसे विश्वविद्यालय, इंजीनियरिंग कॉलेज, फार्मेसी, मेडिकल में विभाजित किया गया है.
टॉप विश्वविद्यालय
- किंग जॉर्ज मेडीकल यूनिवर्सिटी
- बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय
टॉप मैनेजमेंट कॉलेज - IIM Lucknow
- जयपुरिया इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट
फार्मेसी संस्थान - NIPER, रायबरेली
- इंटीग्रल यूनिवर्सिटी
मेडिकल संस्थान - संजय गांधी पीजीआई
- किंग जॉर्ज मेडीकल यूनिवर्सिटी
लॉ संस्थान - डॉ राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी
डेंटल संस्थान - केजीएमयू
- सरस्वती डेंटल कॉलेज
पहली बार लखनऊ विश्वविद्यालय हुआ शामिल
भारत के इस प्रतिष्ठित रैंकिंग में स्थान प्राप्त करने के लिए सन 2021 में कुल 1657 विभिन्न शिक्षण संस्थानों ने आवेदन पत्र दाखिल किए थे. अपने 100 साल के इतिहास में पहली बार लखनऊ विश्वविद्यालय ने भी इस रैंकिंग का हिस्सा बनने के लिए आवेदन पत्र भरा था. देश के सर्वोत्तम 200 विश्वविद्यालयों में गिनी जाती है.