वाराणसीः 19 दिसंबर को जिले में जुमे की नमाज के बाद भारी हिंसक प्रदर्शन हुआ था. उसी दौरान पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे एक दंपति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. दंपति की एक दुधमुंही बच्ची भी है, जो कई दिनों से मां-बाप के घर आने का इंतजार कर रही है. सोमवार को बच्ची की दादी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय कार्यालय पहुंची और अपने बेटे-बहू को जेल से छोड़ने की मांग के साथ कार्यालय प्रभारी शिवचरण पाठक को पत्रक सौंपी.
वाराणसीः दुधमुंही बच्ची को लेकर संसदीय कार्यालय पहुंचे परिजन, बेटे-बहू को रिहा करने की मांग
यूपी के वाराणसी में CAA PROTEST के दौरान गिरफ्तार दंपति को छुड़ाने के लिए उनके परिजन दुधमुंही बच्ची को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय कार्यालय पहुंचे. बच्ची की दादी ने पत्रक सौंपकर अपने बेटे-बहू को रिहा करने की मांग की.
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कार्यालय से उचित कार्रवाई का मिला आश्वासन
शीला तिवारी ने बताया कि उनके बेटे रवि शेखर और बहू एकता शेखर 19 तारीख को शांतिपूर्ण तरीके से एनआरसी और सीएए के विरोध में शामिल थे. पिछले 12 दिनों से वे लोग जेल में बंद हैं, उनकी जमानत नहीं हो पा रही है. उनकी दुधमुंही बच्ची अपनी माता को याद कर रही है. जिससे उसकी हालत नाजुक होती जा रही है. इसलिए आज उन लोगों ने देश के प्रधानमंत्री के नाम एक पत्र दिया है कि छोटी बच्ची के मां को उससे मिला दिया जाए. कार्यालय पर पत्रक लिया गया और उचित कार्रवाई का आश्वासन भी मिला है.