वाराणसी: 2019 लोकसभा चुनाव की तैयारियों के ऐलान के साथ ही प्रशासनिक स्तर पर तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है. यहां पर प्रशासनिक स्तर पर पोलिंग बूथ के चयन को लेकर ज्यादा निगरानी की जा रही है. यही वजह है कि वाराणसी में 2920 पोलिंग सेंटर में से अब तक 407 ऐसे पोलिंग सेंटर मिले हैं, जो संवेदनशील और अतिसंवेदनशील श्रेणी में रखे गए हैं.
वाराणसी मिश्रित आबादी वाला शहर कहा जाता है यहां पर सभी धर्मों के लोग रहते हैं, लेकिन कुछ ऐसे इलाके भी हैं, जहां पर बीते कुछ सालों में कम्युनल टेंशन और कई बड़ी आपराधिक घटनाएं हो चुकी हैं. इस वजह से लोकसभा चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए ऐसे इलाकों में पड़ने वाले पोलिंग केंद्रों की विशेष निगरानी की जा रही है.
प्रशासनिक स्तर पर पोलिंग बूथ के चयन को लेकर ज्यादा निगरानी की जा रही है. एसएसपी आनंद कुलकर्णी का कहना है कि अब तक की जांच पड़ताल में 407 ऐसे मतदान केंद्र मिले हैं, जो अति संवेदनशील या संवेदनशील श्रेणी में रखे गए हैं. उनका कहना है कि यह प्रक्रिया अभी लगातार जारी है और हर पार्टी के कैंडिडेट की सूची फाइनल होने के बाद इस प्रक्रिया को एक बार फिर से दोहराया जाएगा ताकि कैंडिडेट के सामने आने के बाद कम्युनल व अन्य मानकों को ध्यान में रखते हुए उनके क्षेत्र में पढ़ने वाले पोलिंग सेंटर की विशेष निगरानी की जा सके.
फिलहाल अतिसंवेदनशील श्रेणी में रखे जाने वाले मतदान केंद्रों में शौचालय निर्माण का काम किया जा रहा है और साथ ही जहां पर मरम्मत की जरूरत है उनकी मरम्मत भी की जा रही है. वहीं पुलिस प्रशासन पोलिंग सेंटर की वर्तमान स्थिति के अनुसार सुरक्षा और अन्य मांगों से उनकी समीक्षा करने में जुटा हुआ है.