वाराणसी: मंडल के वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर और जौनपुर जनपदों के किसानों के धान की खरीद किए जाने के लिए 348 धान क्रय केंद्र खोले गए हैं. धान क्रय किए जाने के लिए सरकार ने 520 हजार मीट्रिक टन खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया है. जबकि सामान्य क्वालिटी के धान के लिए 1668 रुपए और स्टैंडर्ड ग्रेड-1 के धान के लिए 1888 समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है.
वाराणसी: 348 धान क्रय केंद्र खुले, इस सत्र 520 हजार मीट्रिक टन धान क्रय का लक्ष्य - धान का मूल्य
वाराणसी मण्डल में किसानों के धान की खरीद किए जाने के लिए 348 धान क्रय केंद्र खोले गए हैं. धान क्रय किए जाने के लिए सरकार ने 520 हजार मीट्रिक टन खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया है.
इस बाबत मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने बताया कि जनपद वाराणसी में खाद्य विभाग के 8, एफपीओ के 9, पीसीएफ के 4, यूपी एग्रो के पांच, भारतीय खाद्य निगम के एक, एनसीसीएफ के नौ सहित कुल 36, जनपद चंदौली में खाद्य विभाग के 9, भारतीय खाद्य निगम के एक, पीसीएफ के आठ,यूपी एग्रो के 9, नैफेड के 1, एनसीसीएफ के 15, पीसीयू के 12 सहित कुल 64, जौनपुर में खाद्य विभाग के 20, भारतीय खाद्य निगम के एक, पीसीएफ के 63, यूपी एग्रो के छह, क.क.नि.के तीन, एनसीसीएफ के 10, पीसीयू के 9 सहित कुल 112, गाजीपुर में खाद्य विभाग के 16, एफपीओ के 18, पीसीएस के 10, यूपी एग्रो के 29, क.क.नि. के पांच, मंडी समिति के चार, यूपीएसएस के चार, एनसीएफ के 34, भारतीय खाद्य निगम के एक, पीसीयू के 15 सहित 136 धान क्रय केंद्र खोले गए हैं. उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा कुल 520 हज़ार धान क्रय का लक्ष्य हैं. जिसमें वाराणसी जनपद के 40 हजार मीट्रिक टन, चंदौली के लिए 195 हजार मीट्रिक टन, जौनपुर के लिए 50 हज़ार मीट्रिक टन, गाजीपुर में 200 हज़ार मीट्रिक टन धान की खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि वाराणसी में 40 हजार मीट्रिक टन लक्ष्य के सापेक्ष 60 हजार मीट्रिक टन धान की खरीद हो चुकी है. जिले में लक्ष्य के सापेक्ष क्रय शत-प्रतिशत सुनिश्चित कराया जा रहा है. उन्होंने बताया कि सभी क्रय केंद्र पर पर्याप्त मात्रा में बोरा, इलेक्ट्रॉनिक कांटा, नमी मापक यंत्र, झरना, पंखा, इत्यादि सामानों की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई है. साथ ही धान क्रय केंद्र के प्रभारियों को यह निर्देश किया दिया गया है कि कोविड-19 के बचाव हेतु क्रय केंद्र पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर सेनेटाइजर की उपलब्धता रखें. यदि किसी भी प्रकार की शिथिलता पाई गई तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सभी लोग यह सुनिश्चित कराएं कि किसी भी दशा में बिचौलियों का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए.