उन्नाव: रेलवे प्रशासन अपने यात्रियों की सुरक्षा के लिए कितना फिकरमन्द है इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 7 फरवरी को अपने बेटे के साथ मुम्बई जाने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रहे एक शख्स का 10 साल का बच्चा अचानक लापता हो गया. पीड़ित पिता ने जब रेलवे पुलिस को इसकी सूचना दी और सीसीटीवी के जरिये बच्चे की तलाश करने की मदद मांगी तो पता चला कि यात्रियों की सुरक्षा के लिये लगाए गए सीसीटीवी सिर्फ शो पीस ही हैं और वे काम नहीं करते, जिसके बाद बच्चे के इंतजार में माता-पिता स्टेशन परिसर में ही 4 दिनों से बैठे हुए हैं.
स्टेशन पर बच्चे का इंतजार करते माता-पिता. दरअसल, उन्नाव के अजगैन क्षेत्र का रहने वाला संजय पाल मुम्बई में नौकरी करता है और एक वैवाहिक कार्यक्रम में अपने परिवार के साथ गांव आया था. वहीं कार्यक्रम के बाद 7 फरवरी को संजय अपने 10 साल के बेटे रजनीश के साथ वापस मुम्बई जाने के लिए उन्नाव जंक्शन रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से यात्रा के लिए पहुंचा.
...और बेटा लापता हो गया
ट्रेन लेट होने की वजह से स्टेशन परिसर में ही संजय अपने बेटे के साथ समोसा खाने लगा, जिसके बाद बेटे रजनीश को प्यास लगी तो वह पास में ही प्लेटफार्म में लगे नल पर पानी पीने चला गया, जिसके बाद वह वापस नहीं आया. वहीं काफी देर तक जब बेटा वापस नहीं आया तो संजय अपने बेटे को पूरे स्टेशन पर खोजने लगा.
शो पीस बने सीसीटीवी
जब काफी खोजने के बाद बेटा नहीं मिला तो संजय जीआरपी के पास पहुंचा और अपनी आप बीती बताई. यही नहीं संजय ने जब पुलिस से स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की मदद लेने की बात कही तो पता चला कि सीसीटीवी कैमरे महज शो पीस ही हैं. वो चालू ही नहीं है. फिर क्या था. उदास होकर संजय ने गांव में अपनी पत्नी को इस बारे में सूचना दी.
पुलिस को नहीं दिखाई दिए मां के आंसू
वहीं अपने इकलौते बेटे के लापता होने की खबर जैसे ही मां को मिली वह बदहवास होकर उन्नाव जंक्शन पहुंची और पुलिस से बेटे को तलाशने की गुहार लगाने लगी, लेकिन पुलिस को रोती बिलखती मां के आंसू भी नहीं दिखे और उसे दुत्कार कर भगा दिया गया. तब से मां-बाप अपने बेटे के इंतजार में रेलवे स्टेशन के उसी हिस्से पर जाकर बैठ गए, जहां से उनका बेटा पानी पीने गया था. मां भींगी पलकों से रास्ते पर टकटकी लगाए अपने लापता हुए बेटे का इंतजार कर रही है.
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