उन्नाव: प्रदेश की योगी सरकार भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश बनाने के तमाम प्रयास कर रही है बावजूद इसके भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लग पा रही है. मामला जिले के विकासखण्ड हसनगंज की पमेधिया ग्राम पंचायत का है, जहां प्रधान ने मनरेगा एक्ट के तहत कई लोगों के फर्जी नाम डालकर लाखों रुपये निकाल लिए. इसकी शिकायत खण्ड विकास अधिकारी से लेकर जिलाधिकारी तक से की गई है. मामले में उप जिलाधिकारी ने जांच कर कड़ी कार्रवाई की बात कही है.
उन्नाव में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा मनरेगा, प्रधान पर लाखों के फर्जीवाड़े का आरोप
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में पमेधिया ग्राम पंचायत के प्रधान पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है. जहां ग्राम प्रधान के द्वारा मनरेगा एक्ट के तहत कई लोगों के फर्जी नाम डालकर लाखों के फर्जीवाड़े की बात सामने आ रही है.
मनरेगा एक्ट चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट.
जानिए क्या है पूरा मामला
- उन्नाव की विकासखण्ड हसनगंज की पमेधिया ग्राम पंचायत के प्रधान पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है.
- ग्राम प्रधान ने मनरेगा एक्ट में कई लोगों के फर्जी नाम डालकर लाखों रुपये निकाल लिए.
- मनरेगा के तहत जॉब कार्ड बनवाकर लोगों को काम दिया जाता है.
- काम करवाने के बाद मजदूरी के रूप में इस एक्ट के जरिये भुगतान किया जाता है.
- प्रधान ने फर्जी तरीके से ऐसे लोगों के नाम डाले हैं जो कभी भी काम करने नहीं जाते थे और उनके खाते में रुपये पहुंच जाते हैं.
- कुछ ऐसे लोगों के भी नाम है जो गांव से बाहर अन्य प्रदेशों में नौकरी करते हैं लेकिन उनका भी पैसा निकाला जा रहा है.
- इन खाता धारकों को कुछ रुपये दे दिए जाते हैं और बाकी रुपये बैंक से निकलवा लिए जाते हैं.