उन्नाव: जिले के एक निजी अस्पताल में लापरवाही का मामला सामने आया है. अस्पताल में काम कर रहा श्रमिक खुले में पड़े तार से करंट की चपेट में आ गया था. हादसे में गंभीर रूप से झुलस गया था. अस्पताल प्रशासन ने घायल मजदूर को अपने ही अस्पताल में भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया, जहां इलाज के दौरान 17वें दिन उसकी मौत हो गई. श्रमिक के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर मृतक को न दिखाने के साथ ही उपचार में लापरवाही का आरोप लगाया है. परिजनों की तहरीर पर सदर कोतवाली में डॉक्टर दंपति पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
उन्नाव: श्रमिक की मौत पर डॉक्टर दंपति पर मुकदमा दर्ज
यूपी के उन्नाव में एक निजी अस्पताल में काम करते हुए एक श्रमिक घायल हो गया था, जिसकी इलाज के दौरान उसी अस्पताल में मौत हो गई थी. इम मामले में मंगलवार को परिजनों की तहरीर पर डॉक्टर दंपति पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.
आपको बता दें कि सदर कोतवाली के मोहल्ला कब्बा खेड़ा में रहने वाला श्रमिक रामदास शहर के दारोगा बाग मोहल्ले में संचालित आशा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में पिछले लगभग 6 महीने से मजदूरी कर रहा था. वहीं श्रमिक 5 सितंबर को काम करते समय लिफ्ट में करंट की चपेट में आ गया था, जिस पर नर्सिंग होम प्रबंधन ने अपने ही अस्पताल में भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया.
परिजनों का आरोप है कि भर्ती के बाद से उन्हें मरीज से मिलने नहीं दिया गया. हादसे के 17 दिन बाद 21 सितंबर को श्रमिक की मौत हो गई. मौत की सूचना से परिवार में कोहराम मच गया. परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाकर विरोध किया था. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया. परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने आशा सुपर स्पेशयलिटी हॉस्पिटल के मालिक डॉ. वीके सिंह व पत्नी डॉ. वत्सला सिंह के अलावा अस्पताल प्रबंधन पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. एडिशनल एसपी वीके पांडेय ने बताया कि मामले में लापरवाही पर मुकदमा दर्ज किया गया है. सदर कोतवाली पुलिस मामले की जांच कर रही है.