उन्नाव : प्रदेश सरकार बेटियों को प्रोत्साहित करने एवं उन्हें सक्षम बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. इसी क्रम में शुक्रवार को उन्नाव जिले में 'मिशन शक्ति' के तहत प्रतिभावान 2 बेटियों ने सीडीओ(मुख्य विकास अधिकारी) की कमान संभाली. सीडीओ की जिम्मेदारी मिलते ही छात्राओं ने आला अधिकारियों को महिलाओं और बेटियों के कल्याण के लिए दिशा-निर्देश दिए.
एक दिन के लिए सीडीओ बनीं छात्राओं ने कई शिकायतें सुनीं और उनका तत्काल प्रभाव से निस्तारण किया. एक दिन की जिम्मेदारी संभालने वाली छात्राओं ने का कहना है कि समाज में महिलाओं और बेटियों को महत्वपूर्ण स्थान दिया जाए. बता दें, कि एक दिन के लिए सीडीओ की जिम्मेदारी संभालने वाली छात्राएं अंशी और दर्शिता हैं. वह नगर के सरस्वती विद्या मंदिर में 12वीं की छात्रा हैं. छात्राओं को कुर्सी सौंपकर सीडीओ दिव्यांशु पटेल सहित अन्य अधिकारी एक दिन की सीडीओ का आदेश सुनते हुए नजर आए.
सीडीओ की कुर्सी पर बैठते ही छात्राओं ने महिलाओं और बेटियों के लिए किए जा रहे कल्याणकारी कार्यो की जानकारी ली. इसी बीच एक महिला शिकायतकर्ता खड़ंजे की शिकायत लेकर ऑफिस पहुंची. सीडीओ बनीं छात्राओं ने शिकायकर्ता महिला की सावधानीपूर्वक बात सुनी उसके बाद संबंधित अधिकारियों को त्वरित कार्यवाही के लिए निर्देशित किया.
एक जिन के लिए महत्वपूर्ण पद का निर्वहन करने वाली छात्राओं ने कहा कि सीडीओ की कुर्सी पर बैठते ही उन्हें गर्व महसूस होने लगा. एक दिन के लिए कुर्सी पर बैठी अंशी ने बताया कि सीडीओ का पद बहुत ही महत्वपूर्ण होता है. उसे एक दिन के लिए यह जिम्मेदारी मिली है, इसके लिए वह उत्साहित है. अंशी का कहना है कि छात्राओं, महिलाओं को ऐसे मौके मिलने चाहिए जिससे कि वह पढ़-लिखकर अफसर बन सकें.
मुख्य विकास अधिकारी दिव्यांशु पटेल ने बताया कि महिला कल्याण विभाग द्वारा हाई स्कूल व इंटरमीडिएट की छात्रा अंशी यादव और दर्शिता गौतम को सीडीओ की कुर्सी पर बैठाया गया. मुख्य विकास अधिकारी से संबंधित कार्य प्रणाली को समझाने का प्रयास किया गया है और निस्संदेह हमारी युवा पीड़ी प्रतिभाएं हैं. इनको प्रोत्साहित करें, आगे आकर इनको पढ़ाएं ताकि यह भी हमारी तरह अधिकारी बनें.
गाजीपुर में छात्राओं ने संभाली कमान
गाजीपुर में भी मिशन शक्ति 3.0 के तहत इंटर कॉलेज की पांच छात्राओं को एक दिन के लिए अधिकारी बनाया गया. छात्रा आयुषी सिंह को जिला प्रोबेशन अधिकारी, छात्रा अंजू कुशवाहा को महिला कल्याण अधिकारी, काजल सिंह को बाल संरक्षण अधिकारी, छात्रा आद्या केडिया को सेंटर मैनेजर और जिकरा खातून को प्लेस ऑफ सेफ्टी अधीक्षक बनाया गया. इस दौरान इन छात्राओं ने पूरे दिन अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया.