लखनऊ : यूपी के कोरोना मरीजों पर ब्लैक फंगस (म्यूकरमायकोसिस) भी हमला बोलने लगा है. केजीएमयू के संक्रामक रोग वार्ड में दो और मरीज भर्ती किए गए हैं. यह सभी लखनऊ निवासी हैं. केजीएमयू के संक्रामक रोग यूनिट प्रभारी और चिकित्सा अधीक्षक डॉ. डी हिमांशु के मुताबिक गतवर्ष ब्लैक फंगस के तीन मरीज भर्ती हुए थे. वहीं, इस बार पहले दो मरीज आए. अब दो और मरीज भर्ती हुए हैं. इस तरह अब तक ब्लैक फंगस के चार मरीज भर्ती हो चुके हैं. डॉ. डी हिमांशु के मुताबिक अनियंत्रित डायबिटीज और ज्यादा समय आईसीयू में रहने वाले कोरोना संक्रमितों में म्यूकरमायकोसिस फंगस का इंफेक्शन होने लगा है. फंगस के बढ़ते ख़तरे को लेकर केंद्र सरकार ने एडवाइजरी जारी की है.
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जानलेवा बन सकता म्यूकरमायकोसिस
डॉ. डी हिंमाशु के मुताबिक अनदेखी करने से म्यूकरमायकोसिस इंफेक्शन जानलेवा हो सकता है. इसलिए बचाव के कदम उठाना जरूरी है. स्वास्थ्य मंत्रालय और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) ने इसकी स्क्रीनिंग, डायग्नोसिस और मैनेजमेंट को लेकर एडवाइजरी जारी की है. इसके कारण अनियंत्रित डायबिटीज, स्टेरॉयड के कारण इम्यूनोसप्रेशन हो जाता है. ज्यादा समय तक आईसीयू में भर्ती रहने वालों को भी दिक्कत हो रही है.
रखें ध्यान
धूल भरी जगह और बाहर निकलते वक्त मास्क लगाकर रखें. मिट्टी और खाद का काम करते समय जूते, ग्लब्स पहने रहें. स्वच्छता का पूरा ध्यान रखें. डायबिटीज नियंत्रित रखें. स्टेरॉयड लेते हैं तो मात्रा कम करें और जल्द ही इस्तेमाल रोक दें. इम्यूनोमॉड्यूलेटिंग दवाओं का इस्तेमाल रोक दें. चिकित्सक से संपर्क करें.
म्यूकरमायकोसिस इंफेक्शन के लक्षण
- नाक जाम होना
- नाक से काला या लाल स्राव होना
- गाल की हड्डी दर्द करना
- चेहरे पर एक तरफ दर्द होना या सूजन आना
- दांत दर्द, दांत टूटना
- जबड़े में दर्द, आंख के नीचे हड्डी में दर्द
- दर्द के साथ धुंधला या दोहरा दिखाई देना
- सीने में दर्द और सांस में परेशानी