सुलतानपुर:उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम के परिचालक यात्रियों को सुविधा देने के बजाय उनसे अवैध वसूली कर रहे हैं. सुलतानपुर डिपो क्षेत्र में अवैध वसूली की जांच करने रोडवेज के प्रधान प्रबंधक पहुंचे, जहां एक स्थाई परिचालक को सस्पेंड किया गया है. जबकि 5 संविदा कर्मचारियों को बर्खास्तगी करने का आदेश जारी किया गया है. प्रबंधक के अवैध वसूली की जांच करने पहुंचने से हड़कंप का माहौल देखा गया।
अवैध वसूली पर परिचालक सस्पेंड सुलतानपुर डिपो में बस परिचालकों की तरफ से अवैध वसूली का मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जिसकी जांच करने पहले फैजाबाद की टीम आई थी. इसके बाद मामला गंभीर होने के बाद प्रधान प्रबंधक रोडवेज डीबी सिंह बुधवार को पहुंचे, जहां उन्होंने कर्मचारी और एआरएम की मौजूदगी में पूरे मामले की विस्तृत रूप से पूछताछ कर जांच रिपोर्ट तैयार की. जिसके बाद लापरवाह परिचालक और अवैध वसूली से जुड़े कर्मचारियों पर भी कार्रवाई करने का महाप्रबंधक ने इशारा किया है. निरीक्षण के दौरान अफरातफरी का माहौल रहा. परिचालक और चालक रोडवेज परिसर से दूर नजर आए. सस्पेंड कर्मचारी में सहायक यातायात निरीक्षक जेपी सिंह का नाम है जबकि बर्खास्त संविदा परिचालन कर्मचारियों में पवन शुक्ला, सुधाकर मिश्रा, राजकरण यादव और समीर का नाम सामने आया है.उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम के प्रधान प्रबंधक डीवी सिंह कहते हैं कि इस पर चालक को स्थाई रूप से सस्पेंड किया गया है. वहीं पांच अन्य संविदा कर्मचारियों को बर्खास्त करने की कार्रवाई की गई है. मुसाफिरों की सुविधा के लिए रोडवेज बसों के सैनिटाइजेशन और अनिवार्य रूप से मास्क वाले यात्रियों को ही बस में बैठने की अनुमति देने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि हर हाल में कोरोनावायरस के प्रचार और प्रभाव की रोकथाम करने के निर्देश दिए गए हैं. जांच में दोषी पाए जाने वाले अन्य कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.