सोनभद्र: जिले से करीब 20 हजार मेगावाट बिजली पैदा करने वाली परियोजनाओं को पानी उपलब्ध कराया जाता है. परियोजनाओं को पानी देने वाले रिहंद जलाशय का जलस्तर तेजी से नीचे गिर रहा है. अप्रैल में ही जलस्तर जून के बराबर पहुंच जाने से आने वाले दिनों को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है. इन हालात में विद्युत परियोजनाओं को पहले ही बंद किया जा चुका है. अब जलस्तर को बनाए रखने की कोशिशें की जा रही हैं.
कोयला संकट से जूझती तापीय परियोजनाओं के लिए अब पानी का संकट भी गहराने लगा है. पिपरी में स्थापित रिहंद जलाशय से राज्य विद्युत उत्पादन निगम की अनपरा व निजी क्षेत्र की लैंको परियोजना के अलावा एनटीपीसी शक्तिनगर, एनटीपीसी रिहंद (बीजपुर), एनटीपीसी विंध्याचल व आसपास की अन्य निजी क्षेत्र की विद्युत उत्पादन इकाइयों को पानी उपलब्ध होता है. इन परियोजनाओं से निर्बाध आपूर्ति जारी रखने के लिए रिहंद बांध का जलस्तर 830 फीट से नीचे नहीं आना चाहिए. मौजूदा समय में रिहंद बांध का जलस्तर 843.3 फीट तक आ चुका है.