सोनभद्र:प्रदेश सरकार ने परिषदीय अध्यापकों की स्कूलों में निगरानी के लिये एक अनोखा तरीका निकाला है. अध्यापकों की निगरानी के लिए सरकार 5 सितंबर को 'प्रेरणा एप' लांच करेगी. जिसमें अध्यापकों को दिन में तीन बार सुबह,मध्याह्न भोजन के समय और शाम को स्कूल बंद होते समय सेल्फी भेजना होगा. तो वहीं अध्यापक इस 'प्रेरणा एप' का विरोध करते हुए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने को मजबूर है.
शिक्षकों ने किया 'प्रेरणा एप' का विरोध-
यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन सोनभद्र के जिलाध्यक्ष शिवम अग्रवाल के आह्वान पर रविवार को सभी शिक्षक संगठनों की समेकित बैठक विवेकानंद प्रेक्षागृह में आयोजित की गयी. जिसमें सैकड़ों की संख्या में शिक्षकों, शिक्षिकाओं, शिक्षामित्रों ने भाग लिया. इस दौरान अध्यापकों का कहना था कि हम लोग इस व्यवस्था के लिए तैयार है, लेकिन यह व्यवस्था सभी शिक्षाधिकारियों व बीएसए के लिए लागू किया जाये. ये सभी लोग भी प्रतिदिन किसी ना किसी विद्यालय में जाकर सेल्फी द्वारा अपनी उपस्थिति दें.
बैठक में शिक्षकों, शिक्षिकाओं, शिक्षामित्रों द्वारा 5 सितंबर को शिक्षक दिवस पर सरकार द्वारा लांच किए जा रहे 'प्रेरणा एप' का जमकर विरोध किया गया. सभी महिला अध्यापिकाओं ने फोटो के मिस यूज होने की बात को भी गम्भीरता से उठाया. दरअसल प्रेरणा एप के माध्यम से सरकार सभी परिषदीय अध्यापकों पर पैनी नजर बनाये रखना चाहती है,जिसके तहत अध्यापकों को प्रत्येक दिन विद्यालय समय के पूर्व,दोपहर में मध्याह्न भोजन के समय व शाम को स्कूल बंद होते समय तीन बार सेल्फी देना है.