सोनभद्र : घोरावल का पेड़ गांव इन दिनों राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र बना हुआ है, बता दें, बीती 5 मार्च को इसी गांव के निवासी 9 वर्षीय अनुराग पाल पुत्र मंगल पाल का अपहरणकर्ताओं ने बाइक सवार बदमाशों ने गांव से उठा लिया था. जिसका शव बाद में चुनार क्षेत्र के बगहा गांव में तालाब से 10 मार्च को बरामद किया गया था. अनुराग पाल के पिता मंगल पाल जमीन विवाद में हुई मारपीट और sc-st के मामले में गवाह थे और विपक्षी गणों ने गवाही देने से मना कर रहे थे. इसी विवाद को लेकर उसके बेटे का बदमाशों ने अपहरण कर लिया और बाद में उसकी हत्या कर शव को तालाब में फेंक दिया था. शव बरामद होने के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल भी उठे थे और लोगों ने जाम लगाया था. इसी मामले में अब राजनीतिक दलों के लोग सांत्वना देने के लिए मृतक बच्चे के पिता मंगल पाल के घर पहुंच रहे हैं. इसी क्रम में बसपा के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल भी सांत्वना देने के लिए मृतक के परिजनों से मिले. उन्होंने मृतक के परिवार को सांत्वना और कुछ आर्थिक सहायता भी दी. इस दौरान बसपा के जिलाध्यक्ष बी. सागर मिर्जापुर मंडल प्रभारी, जोन प्रभारी समेत अन्य बसपा पदाधिकारी मौजूद थे.
Sonbhadra News : बसपा प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने की पीड़ित परिवार से मुलाकात
सोनभद्र के घोरावल के पेड़ गांव के नौ साल के मासूम अनुराग की हत्या के बाद पूरा प्रदेश स्तब्ध है. कई राजनीतिक दलों के लोग गांव पहुंच कर शोकाकुल परिवार को सांत्वना दे रहे हैं. बसपा के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल भी शुक्रवार को परिवार के बीच पहुंचे और बसपा सुप्रीमो मायावती का संदेश साझा किया. साथ ही प्रदेश की कानून व्यवस्था और बुलडोजर पॉलिसी को सवालों के घेरे में खड़ा किया.
बसपा के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने घोरावल के पेड़ गांव पहुंचकर मृतक अनुराग के पिता मंगल पाल से मुलाकात की. उन्होंने बताया कि बसपा सुप्रीमो मायावती के निर्देश पर वह यहां आए हैं ताकि वास्तविकता जान सकें. बसपा के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि अपहरण के बाद मंगल पाल ने अपहरणकर्ताओं के खिलाफ नामजद तहरीर दी थी. इसके बाद पुलिस ने उन्हें पकड़ा भी था, लेकिन उसी दिन शाम को उन्हें छोड़ दिया और कोई कार्रवाई नहीं की अगर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की होती तो अनुराग की जान बच सकती थी. उन्होंने कहा कि घटना के पीछे जमीन विवाद का मामला सामने आया है और किसी मामले में मंगल पाल गवाही भी देने वाले थे, लेकिन उनके बच्चे का अपहरण करके उसकी हत्या कर देना जघन्य ने अपराध है. ऐसे में पुलिस को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. एक तरफ जहां प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था दुरुस्त होने और बुलडोजर पॉलिसी का दावा करती है. वहीं दूसरी तरफ लगातार घटनाएं पर घटनाएं हो रही हैं या तो संभव नहीं है. ऐसे में सरकार को मुस्तैदी से काम करना चाहिए ताकि इन घटनाओं को रोका जा सके.
घटना के पीछे सामने आया जमीन विवाद : मंगल पाल का गांव के ही राजेश यादव से विवाद चल रहा है. मामला जमीन विवाद में हुई मारपीट में गवाही देने को लेकर है. मंगल पाल का कहना है आरोपी राजेश यादव और उसके साथियों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई जरूर कर दी है और उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है, लेकिन राजेश यादव और उसके भाइयों के आतंक से पूरा गांव परेशान है. राजेश यादव ने गांव की जमीनों का कब्जा कर रखा है. तहसील दिवस में कई बार उसके खिलाफ प्रार्थना पत्र भी दिया गया, लेकिन राजेश यादव और उसके भाइयों खिलाफ तब कोई कार्रवाई नहीं हुई. अब भी राजस्व विभाग द्वारा उसके द्वारा किए गए अवैध कब्जों निर्माण पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इसलिए हम मांग करते हैं कि उसके खिलाफ जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई की जाए.
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