सोनभद्र:प्रदेश मेंकुपोषण से बच्चों को मुक्ति दिलाने के लिये पोषण पुनर्वास केन्द्र खोले गए हैं, लेकिन जिला अस्पताल के पोषण पुनर्वास केन्द्र में पिछले एक महीने से एक भी कुपोषित बच्चे भर्ती नहीं किए गए हैं. इसे लेकर चिकित्सक का कहना है कि त्योहारों का सीजन और कटाई होने की वजह से बच्चों को नहीं लाया जा रहा है.
कुपोषित बच्चों का किया जाता है उपचार-
- जिला अस्पताल में कुपोषण पुनर्वास केन्द्र खोला गया है.
- शून्य से पांच वर्ष के कुपोषित बच्चों का उपचार किया जाता है.
- अति कुपोषित बच्चों और उनकी मां को 15 से 25 दिन तक रखा जाता है.
- भर्ती बच्चे की माता को दैनिक भत्ता दिया जाता है.
- बच्चों को भर्ती कराने की जिम्मेदारी आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की होती है.
- पिछले एक माह से केंद्र में एक भी कुपोषित बच्चा भर्ती नहीं हुआ है.
- बाल विकास और पुष्टाहार विभाग के सितम्बर माह के सर्वे में 2,06,573 बच्चों में से 35,734 बच्चे कुपोषित हैं, जिनमें 5,684 बच्चे अति कुपोषित हैं.