सोनभद्र : आज के जमाने में लड़कियां किसी भी क्षेत्र में भी लड़कों से पीछे नहीं हैं. चाहे वो पढ़ाई हो या फिर खेल. सोनभद्र जिले की रहने वाली शगुफ्ता जमाल भी उन्हीं लड़कियों में से एक हैं. जो अपनी मेहनत और लगन से अपने जिले का नाम रोशन कर रही हैं. मध्यमवर्गीय परिवार में रहने वाली शगुफ्ता तीरंदाजी में कई बार राष्ट्रीय स्तर तक खेल चुकी हैं.
महिला दिवस स्पेशल : बड़ी तीरंदाज बन सोनभद्र का नाम रोशन करना चाहती हैं शगुफ्ता
शगुफ्ता ने तीरंदाजी के ओपन नेशनल गेम 2013 छत्तीसगढ़ में सीनियर लेबल प्राप्त प्रतिभाग किया. वहीं 2015 में गोवा में सब जूनियर स्तर पर प्रतिभाग किया.
शगुफ्ता बताती हैं कि उन्होनें अपने खेल की शुरुआत एथलेटिक्स से की थी, लेकिन सोन महोत्सव के दौरान तीरंदाजी का डेमो देख उनके मन में भी तीरंदाजी में कुछ हासिल करने का हुआ और बस तभी से तीरंदाजी में उनका कारंवा निकल पड़ा. शगुफ्ता ने स्कूल स्टेट में 8 गोल्ड और 4 सिल्वर प्राप्त किए. वहीं ओपन स्टेट स्कूल लेवल पर इनको 4 गोल्ड 7 सिल्वर और तीन ब्रोंज मेडल मिले हैं. तीन बार इन्होंने ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी में भी प्रतिभाग किया है.
शगुफ्ता का सपना है कि वो 360 में 360 का स्कोर हासिल कर सोनभद्र का नाम ऊंचा करे. ताकि लोग यहां के लोगों को जंगली कहना बंद कर दे. शगुफ्ता जमाल चाहती हैं कि लड़कियों को लड़कों से पीछे नहीं रहना चाहिए. उन्हे अपने मां-बाप का भरोसा जीतकर खुद पर निर्भर होना चाहिए.