सीतापुर: सरकार के दिशा-निर्देशों और प्रशासन की अनुमति मिलने के बाद जिले के धार्मिक स्थलों को भक्तों के लिए खोल दिया गया है. भक्तों ने भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मंदिरों में जाकर पूजा-आराधना की. मंदिरों में सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने के लिए घेरे बनाये गये थे और सैनिटाइजर की व्यवस्था भी की गई थी.
शहर में सबसे प्राचीन भोलेनाथ का श्यामनाथ मंदिर है. इस मंदिर की विशेष मान्यता है. बताया जाता है कि सैकड़ों वर्ष पहले एक चरवाहे को यह शिवलिंग खेत में मिला था. उसके बाद इसकी स्थापना की गई थी. बाद में नेत्रहीन जवाहर मिस्त्री ने यहां मन्नत मांगी थी, जिसके बाद उसकी आंखों की रोशनी वापस आ गई. इससे खुश होकर वर्ष 1903 में इस मंदिर का निर्माण कराया गया, जिसे बाद में भव्यता प्रदान की गई.