सीतापुर: 88000 ऋषियों की पावन तपोभूमि नैमिषारण्य धाम में गुरु शिष्य परंपरा के पावन पर्व गुरु पूर्णिमा का त्यौहार काफी हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. मंगलवार की सुबह से ही तीर्थ में देश के विभिन्न प्रदेशों से आए श्रद्धालुओं ने अपने गुरुजनों के आश्रमों में पूजा-अर्चना की.
88000 ऋषियों की तपोभूमि पर गुरुपूजन का आयोजन
उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में तीर्थ यात्रा के दौरान गुरुजनों ने सतगुरु नाम की महिमा के बारे में बताया. इसके साथ ही जीवन को भक्ति और सत्कर्म के प्रेरक मार्ग से जीने का संदेश भी दिया.
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर निकाली तीर्थ यात्रा
शोभा यात्रा की खास बातें
- प्राचीन नारदानंद आश्रम में जगदाचार्य स्वामी देवेंद्रानंद सरस्वती के अध्यक्षता में प्रभात फेरी निकाली गई.
- यहां संतजनों के पावन चरणों की पूजा अर्चना की गई.
- नगर के प्रमुख आश्रमों में विवेकदास जी के अनुयायियों ने परम्परा के अनुसार गुरु पूजन किया.
- कई जगहों पर धार्मिक कार्यक्रम और भंडारे का आयोजन किया गया.
- इस बार गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण भी लगा है.
- शास्त्रों के अनुसार चंद्रग्रहण का सूतक नौ घंटे पहले और सूर्यग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले लगता है.
- ऐसे में 16 जुलाई को 4 बजकर 25 मिनट से सूतक शुरु होगा और 17 जुलाई सुबह 4:40 मिनट पर समाप्त होगा.