सीतापुर: मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मधु गैरोला ने सलाह दी कि अगर किसी कोरोना पाजिटिव मरीज को सांस लेने में दिक्कत हो रही है और ऑक्सीजन लेवल 94 से घट गया है, ऐसी स्थिति में मरीज को पेट के बल सोना चाहिए. इसके लिए सबसे पहले वह पेट के बल लेटें, एक तकिया अपने गर्दन के नीचे रखें, एक या दो तकिया छाती के नीचे रख लें एवं दो तकिया पैर के टखने के नीचे रखें. इस तरह से 30 मिनट से दो घंटे तक सो सकते हैं.
इसके साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इस बात पर भी विशेष जोर दिया है कि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के तापमान की जांच, पल्सऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन के स्तर की जांच, ब्लड प्रेसर एवं शुगर की नियमित जांच होनी चाहिए.
सोने की चार पोजीशन फायदेमंद
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए सोने की चार पोजीशन महत्वपूर्ण है. इसमें 30 मिनट से दो घन्टे तक पेट के बल सोने, 30 मिनट से दो घन्टे तक बाएं करवट, 30 मिनट से दो घन्टे तक दाएं करवट एवं 30 मिनट से दो घन्टे तक दोनों पैर सीधाकर पीठ को किसी जगह टिकाकर बैठने कर सोने से फायदा हो सकता है.
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इन बातों का रखें ख्याल
- खाने के एक घन्टे तक पेट के बल सोने से परहेज करें.
- पेट के बल जितना देर आसानी से सो सकतें हैं, उतना ही सोने का प्रयास करें. तकिए को इस तरह रखें, जिससे सोने में आसानी हो.
इन परिस्थियों में पेट के बल सोने से बचें
- गर्भावस्था के दौरान, गंभीर हृदय रोग में
- स्पाइन, फीमर एवं पेल्विक फ्रैक्चर की स्थिति में