शामली: बाढ़ के हालातों के मद्देनजर केंद्रीय जल आयोग, ऊपरी यमुना विभाग द्वारा बाढ़ का अलर्ट जारी करते हुए जनपद स्तरीय अधिकारियों को आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए हैं. इसके बाद यमुना नदी पर सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है. इसके अलावा कांवरियों की सुरक्षा के मद्दनेजर भी यमुना घाटों पर पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित किए गए हैं.
जिले में ड्रेनेज विभाग के जेई आशु कुमार ने बताया कि नौ जुलाई की सुबह आठ बजे हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में 30866 क्यूसेक पानी प्रति सेकेंड डिस्चार्ज किया गया था. इसके बाद सुबह 10 बजे 45402, दोपहर दो बजे 85642, शाम चार बजे 104553 और सोमवार की रात एक बजे 258343, सुबह छह बजे 294587, सुबह आठ बजे 279898 क्यूसेक और शाम 6 बजे 22717 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया. यमुना नदी में हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया पानी वर्ष भर में सर्वाधिक छोड़ा गया बताया जा रहा है.
दरअसल, जिले में यमुना नदी का वार्निंग लेवल 231 मीटर है, जबकि डेंजर लेवल 231.50 मीटर है. अधिकारियों के मुताबिक, वर्ष 2013 में जिले में यमुना नदी में आई भयंकर बाढ़ के दौरान जलस्तर 232.75 मीटर तक पहुंच गया था, जबकि सोमवार की शाम छह बजे तक जिले में यमुना नदी का जलस्तर वार्निंग लेवल से ऊपर 231.20 तक पहुंच गया है, जोकि डेंजर लेवल से मात्र 30 सेंटीमीटर कम है. बैराज से छोड़ा गया पानी सोमवार दोपहर बाद से जनपद में पहुंचना शुरू हो गया है, जबकि यह पानी अगले 24 घंटे में दिल्ली तक पहुंचेगा. इसके चलते दिल्ली की भी टेंशन बढ़ने वाली है.