शामलीः किसान नेता राकेश टिकैत (Farmer Leader Rakesh Tikait) ने एसपी सुप्रीमो अखिलेश यादव (SP Supremo Akhilesh Yadav) के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है. अखिलेश यादव ने उन्हें चुनाव लड़ने का न्यौता दिया था. जिस पर टिकैत ने साफ कर दिया कि उन्हें कोई चुनाव नहीं लड़ना है. इसके साथ ही भारत सरकार के लड़कियों की शादी की उम्र 21 साल किये जाने के फैसले का उन्होंने स्वागत किया है.
शनिवार को शामली में पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि उन्हें कोई चुनाव नहीं लड़ना है. टिकैत ने कहा कि वे प्रदेश में महंगी बिजली और गन्ना भुगतान के मुद्दों पर सरकार का विरोध करेंगे. उन्होंने लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाने के सरकार के फैसले का समर्थन किया है.
सरकार मिलों की गारंटर, फिर भी नहीं भुगतान
किसान नेता राकेश टिकैत ने बताया कि वे किसान आंदोलन में सहयोग करने वाले लोगों को धन्यवाद देने के लिए आए हैं. भविष्य के आंदोलनों के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में बिजली के रेट सबसे ज्यादा हैं. गन्ने का भुगतान भी नहीं हो पा रहा है. एमएसपी पर फसलों की खरीद नही हो रही है. यें कुछ बड़े सवाल हैं, इन पर हम सरकार से बातचीत करेंगे. टिकैत ने कहा कि हम यह बात भी सुनिश्चित करेंगे कि जिन समझौतों पर हमारा भारत सरकार से फैसला हुआ है, स्टेट गर्वमेंट उन सभी को लागू करने का काम करे. राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार समय से गन्ने का भुगतान नहीं दे रही है. शायद सरकार इसमें भी आंदोलन करवाना चाहती है. उन्होंने कहा कि सरकार मिलों की गारंटर होती है, इसलिए सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि मिलों पर प्रेशर देकर भुगतान करवाएं.
अजय कुमार टेनी को मंत्री किसने बनाया?
राकेश टिकैत ने बेरोजगारी पर सरकार को घेरते हुए कहा कि यूपी सरकार का युवाओं को रोजगार दिलाने और किसानों को गन्ना भुगतान कराने से संबंधित बैनर दिल्ली में लग रहे हैं. अगर रोजगार मिला है, तो ये बैनर यूपी में क्यों नही लग रहे हैं? लखीमपुर काण्ड पर बोलते हुए टिकैत ने कहा कि गृहराज्यमंत्री टेनी अलग पाठशाला में पढ़े हुए हैं. उनकी जवाब देने की हिम्मत नहीं है, इसलिए बदतमीजी करते हैं. उन्होंने कहा कि सवाल यह है कि इन्हें गृहराज्यमंत्री किसने बना दिया? टिकैत ने कहा कि जब तक ये (गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा) इस्तीफा नहीं देंगे, तब तक विवाद बढ़ता रहेगा.