उत्तर प्रदेशः जल संचयन को लेकर सरकार बेहद गंभीर है. जिसके लिए सरकार द्वारा विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं. शाहजहांपुर के दो बड़े वाटर पार्क समरसिबल के जरिए भूमिगत पानी को व्यावसायिक रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं. वाटर पार्कों में लोग मौज-मस्ती करने के लिए आते हैं. जिसके लिए उन्हें प्रति व्यक्ति 300 से 500 रुपए का शुल्क देना होता है.
प्रधानमंत्री ने देश की जनता से जल संचयन करने की अपील की है जिसके लिए पूरे देश में करोड़ों रुपए खर्च करके पानी बचाने की मुहिम तेज कर दी गई है. ऐसे में अगर पानी की बर्बादी को रोका नहीं गया तो वह दिन दूर नहीं जब हमारे सामने पानी का बड़ा संकट खड़ा हो जाएगा.
शाहजहांपुर: अवैध वाटर पार्कों में हो रही है पानी की बर्बादी
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में चल रहे अवैध वाटर पार्को में लाखों लीटर पानी बर्बाद किया जा रहा है. इसके बावजूद जिला प्रशासन इस बारे में खामोश है.
वाटर पार्कों में मस्ती करते लोग
जल की बर्बादी का खेल
- वाटर पार्कों में रोजाना लाखों लीटर पानी भरा जाता है और उसके बाद उसे नालों में बहा दिया जाता है.
- वाटर पार्क मालिकों के पास जिला प्रशासन की कोई अनुमति नहीं है .
- जिला प्रशासन भी पानी की बर्बादी को लेकर सिर्फ अपील करते नजर आ रहे हैं.
नगर निगम आयुक्त विद्या शंकर सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री की अपील पर सभी पानी का संचय कर सकते हैं एवं नगर क्षेत्र में कोई भी कहीं से पानी रिसोर्स कर सकता है.
Last Updated : Sep 4, 2020, 3:10 PM IST