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पंचायत चुनाव नजदीक आते ही शराब माफिया की बढ़ी सक्रियता

पंचायत चुनाव नजदीक आते ही शराब माफिया फिर से सक्रिय हो गए हैं. भदोही जनपद शराब और गांजा तस्करों के लिए मुफीद क्षेत्र बन चुका है. जिले के ग्रामीण इलाकों में छत्तीसगढ़, उड़ीसा और मध्य प्रदेश सहित अन्य प्रांतों की कच्ची शराब खपाने के लिए शराब माफिया जुट गए हैं.

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Published : Mar 21, 2021, 2:02 PM IST

भदोहीः पंचायत चुनाव नजदीक आते ही शराब माफिया फिर से सक्रिय हो गए हैं. जिले के ग्रामीण इलाकों में छत्तीसगढ़, उड़ीसा और मध्य प्रदेश सहित अन्य प्रांतों की कच्ची शराब खपाने के लिए शराब माफिया जुट गए हैं. जिले में मध्य प्रदेश और हरियाणा ब्रांड की डिमांड अधिक है.

सेफ जोन बन चुके हैं ये रास्ते
भदोही जनपद शराब और गांजा तस्करों के लिए मुफीद क्षेत्र बन चुका है. छह माह के दौरान करीब 2 करोड़ से अधिक का अवैध गांजा और एक करोड़ की अवैध शराब पुलिस की कार्रवाई में बरामद हो चुकी है. नेशनल हाइवे-19 से लेकर औराई, महाराजगंज, चौरी, भदोही मार्ग तस्करी के लिए सेफजोन बन चुका है. शराब तस्कर दूसरे प्रांत की अवैध शराब को क्षेत्र में बने गोदामों में स्टोर करना शुरू कर दिए हैं. पुलिस सूत्रों की मानें तो शराब तस्कर भूसा लदे वाहनों, फल और अनाज से लदे वाहनों के माध्यम से शराब की खेप ला रहे हैं.

सस्ती पड़ती है कच्ची शराब
पुलिसिया कार्रवाई में यदि कच्ची शराब पकड़ी गई तो चालक और सहयोगी पर कार्रवाई कर इतिश्री कर ली जाती है. हर बार तस्करी के मास्टरमाइंड आबकारी विभाग और पुलिस के अभयदान से बच जाते हैं. संभावित प्रत्याशी भी सस्ते के चक्कर में तस्करों से संपर्क साधने लगे हैं. ठेके से मिलने वाली शराब से करीब 50 से 60 प्रतिशत कच्ची शराब सस्ती होती है. पुलिस और आबकारी विभाग के पास निगरानी की मजबूत व्यवस्था न होने से चुनाव की गर्माहट को देखते हुए शराब माफिया की सक्रियता बढ़ चुकी है.

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पुलिस सक्रिय
इस पूरे मामलें पर पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह ने बताया कि अवैध शराब पर निगरानी रखने के लिए हर स्थानों में टीम गठित की गई है. आबकारी विभाग के साथ क्राइम ब्रांच की टीमें लगातार नजर बनाए हैं. चुनाव में अवैध शराब की तस्करी नहीं हो पाएगी.

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