संभल : उत्तर प्रदेश में ग्राम पंचायतों के चुनाव का बिगुल बज चुका है. पंचायत चुनाव को लेकर प्रदेश के हर जिले में चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है. प्रधानों के बस्ते जमा होते ही ग्रामीण गांव के विकास के मुद्दों पर खुलकर बात कर रहे हैं. ETV भारत की टीम ने संभल के जनेटा ग्राम पंचायत पहुंचकर वहां के लोगों से 5 साल में हुए विकास कार्यों की जानकारी ली.
केंद्र और राज्य सरकारें तो गांव के विकास के लिए बहुत सी योजनाएं चलाती हैं. उन योजनाओं पर भारी भरकम पैसा भी खर्च करती है, लेकिन ये योजनाएं गांव तक आते-आते दम तोड़ देती हैं. गरीब और जरूरतमंद लोगों को इन योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है. जिला मुख्यालय से महज 20 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम जनेटा का ETV भारत की टीम ने जायजा लिया. यहां बातचीत में कुछ लोग विकास के मुद्दे पर बात करते आग बबूला हो उठे.
लोगों का कहना था कि गांव में विकास तो दूर, यहां बहुत से लोगों को मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल पाई हैं. लोगों ने बताया कि गांव में बहुत ही कम विकास कार्य हुए हैं. विकास हुआ भी है, तो प्रधान से जुड़े करीबी लोगों का हुआ है. गरीब ग्रामीणों को किसी योजना का लाभ नहीं मिल पाया.
गांव की सड़कें और नालियां हैं खराब
गांव हो या शहर, सभी जगह की तरक्की का रास्ता सड़कों से ही होकर जाता है. अच्छी सड़कें होंगी, तो यातायात सुगम होगा और यातायात सुगम होगा, तो गांव तक हर चीज आसानी से पहुंचेगी. जनेटा गांव निवासी बाबू ने बताया कि सरकार ने गांव के विकास के लिए पैसा तो बहुत दिया, लेकिन सारा पैसा हड़प लिया गया. गांव के विकास में कुछ नहीं लगा. गरीबों के लिए कुछ सुविधा नहीं मिली. गांव में न तो सड़कें अच्छी हैं, ना ही नालिया ठीक हैं. ज्यादातर नालियां बंद हैं. इससे आए दिन जलभराव होता रहता है. जलभराव से मच्छर और गंदगी पनपती है. इससे ग्रामीणों के स्वस्थ्य खराब होने की भी आशंका बनी रहती है.
शौचालय बनाने में भी हुई धांधली