संभल: जिले के सराय तरीन में 31 मोहल्लों में हैंडीक्राफ्ट के उत्पाद तैयार होते हैं. एक सर्वे के अनुसार, सराय तरीन के 80% परिवार पारंपरिक हस्तशिल्प उद्योग से जुड़े हुए हैं. वहीं जनपद में 1500 से 1800 छोटी बड़ी इकाइयों में सींग और हड्डी उत्पादों का निर्माण किया जाता है. हस्तशिल्प उद्योग के निर्यातक और निर्माता ने बताया कि संभल का हस्तशिल्प उद्योग 150 साल पुराना है. जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी खूब मांग है.
150 साल पुराना संभल का हैंडीक्राफ्ट उद्योग, विदेशों में भी है पहचान - sambhal today news
यूपी के संभल में लगभग हर घर में पारंपरिक हस्तशिल्प उद्योग का काम होता है. एक सर्वे के अनुसार सराय तरीन के 80% परिवार पारंपरिक हस्तशिल्प उद्योग से जुड़े हुए हैं. संभल का हस्तशिल्प उद्योग लगभग 150 साल पुराना है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में यहां के हैंडीक्राफ्ट उत्पादों की बहुत मांग है.
हस्तशिल्प उत्पादों की अलग पहचान
संभल के हस्तशिल्प उत्पादों की विदेशों में खूब धूम है. लगभग हर घर में पारंपरिक हस्तशिल्प उद्योग का काम होता है. ईटीवी भारत की टीम ने हस्तशिल्प उद्योग के बारे में निर्माता और निर्यातक से बात की. निर्यातक सोहेल परवेज ने बताया कि संभल का हस्तशिल्प उद्योग लगभग 150 साल पुराना है. संभल वैसे तो एक छोटा जिला है. लेकिन इसके हस्तशिल्प उद्योग की पूरी दुनिया के बाजार में अपनी एक अलग पहचान है. अमेरिकन बाजार, यूरोपियन बाजार, जर्मनी, फ्रांस, स्पेन, यूके, बेल्जियम, नीदरलैंड, दुबई आदि देशों में यहां के हस्तशिल्प उत्पादों की बहुत अधिक डिमांड रहती है.
निर्माता सोहेल परवेजने कहा
संभल हॉर्न और बोन से बनी हस्तशिल्प उत्पादों का बहुत पुराना उद्योग है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में यहां के हैंडीक्राफ्ट उत्पादों की बहुत मांग है. सींग और हड्डी के उत्पाद- नेकलेस, कंघी, बटन, फ़ोटो फ्रेम, डिब्बियां आदि. इस समय सींग और हड्डी के अलावा भी लकड़ी से बनी हस्तशिल्प के उत्पादों की भी बहुत मांग है. इस समय लकड़ी के चॉपिंग बोर्ड की बहुत डिमांड आ रही है.