सहारनपुर :जिले में बेखौफ खनन माफिया यमुना नदी से सफेद रेत निकालकर काला कारोबार करने में लगे हैं. खनन माफिया पर्यावरण के साथ तो खिलवाड़ कर ही रहे हैं, साथ ही एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की धज्जियां उड़ाने में भी लगे हैं. आलम यह है कि अवैध तरीके से खनन का कारोबार किया जा रहा है. बावजूद इसके जिला प्रशासन कार्रवाई करने की बजाय कुम्भकर्णी नींद में है.
सहारनपुर: बहते पानी में अवैध खनन का खेल जारी, प्रशासन के दावे फेल
जिले में अवैध खनन का कारोबार दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. इसकी वजह जिला प्रशासन का मौन रहना है. एक ओर यमुना नदी में भारी मात्रा में अवैध खनन किया जा रहा है, तो वहीं जिला प्रशासन की चुप्पी से खनन माफियाओं के हौसले लगातार बुलंद होते जा रहे हैं.
अवैध खनन पर रोक लगाने में प्रशासन फेल.
क्या है मामला
- जिले के नकुड़, सरसावा, चिलकाना और बेहट इलाको में अवैध खनन का खेल जोरों पर चल रहा है.
- खनन माफिया जेसीबी और पोकलेंड मशीनों से यमुना नदी में 20-30 फिट तक खुदाई करने में लगे हैं.
- करीब 50 किलोमीटर के इलाके में 10 से ज्यादा स्थानों पर खनन माफियाओं की मनमानी चल रही है.
- खनन माफिया खुले तौर पर सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के आदेशों को ठेंगा दिखा रहे हैं.
- वहीं खनन माफियाओं की इस कालाबाजारी को जानते हुए भी जिला प्रशासन चुप्पी साधे हुए है.
किसानों को खेतों से रेत हटाने की अनुमति दी गई है. खनन केवल वही लोग ही कर रहे हैं, जिनके नाम से पट्टे आवंटित किए गए हैं. अवैध खनन करने वालो के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है.
-पंकज कुमार, खनन अधिकारी
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST