सहारनपुर: मुस्लिम महिलाओं का स्विमिंग पूल में गैर मर्दों के साथ नहाना गलत है. यह कहना है देवबंद के आलिम मुफ्ती अहमद गोड का. उन्होंने कहा कि अगर मुस्लिम महिलाओं के लिए स्विमिंग पूल में अलग से नहाने की व्यवस्था है, जहां गैर मर्द न नहा रहे हों तो वहां पर वे नहा सकती हैं.
'मुस्लिम महिलाओं का स्विमिंग पूल में गैर मर्दों के साथ नहाना गलत'
देवबंदी उलेमाओं ने मुस्लिम महिलाओं को वाटर पार्क या स्विमिंग पुल में गैर मर्दों के बीच में नहाने से मना किया है. उन्होंने कहा कि यह इस्लाम में जायज नहीं है. महिलाएं केवल उसी जगह नहाएं, जहां पर या तो केवल महिलाओं का नहाने का स्थान हो, या फिर वहां कोई और गैर मर्द न नहा रहा हो.
देवबंदी उलेमाओं
आलिम मुफ्ती अहमद गोड ने कहा-
- जहां स्विमिंग पूल में गैर महरम यानी गैर मर्द और औरतें एक साथ नहा रही हों, वहां नहाना उनके लिए गलत है.
- मुस्लिम महिलाओं को ऐसी जगह जाकर नहाने से परहेज करना चाहिए.
- बहुत सारी यूनिवर्सिटी में स्विमिंग पुल हैं. वहां मर्दों का नहाने का समय अलग है और औरतों के नहाने का समय अलग है.
- जहां स्विंमिंग पुल में तैरना सीखने के लिए महिलाएं जाती हैं, वहां महिलाओं को महिला तैरना सिखाती हैं और मर्द को मर्द सिखाते हैं.
- यही हमारे देश की संस्कृति है. देश की संस्कृति और मजहब की हिफाजत करना हमारी जिम्मेदारी है.
- मसला नहाने का है, जहां गैर मर्द नहाते हैं वहां मुस्लिम महिलाओं को गैर मर्दों के साथ उसी जगह नहाना नहीं चाहिए.
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST