रामपुर: सपा नेता आजम खान को हेट स्पीच मामले में रामपुर की एमपी एमएलए कोर्ट ने 3 साल की सजा सुनाई है. इस सजा के आदेश के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने आजम खान की विधानसभा की सदस्यता भी रद्द कर दी. इस खुशी में कांग्रेस में जश्न का माहौल है. पूर्व मंत्री नवाब काज़िम अली खां उर्फ नवेद मियां ने अपने आवास पर समर्थकों को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया और कोर्ट के इस फैसले का सम्मान किया.
पूर्व मंत्री नवाब काज़िम अली खां की ईटीवी भारत से खास बातचीत नवेद मियां ने ईटीवी भारत को बताया कि इससे पहले बेटे की विधायकी गिराई गई थी. बेटे ने भी फ्रॉड किया था. जैसा बेटा वैसा बाप. नावेद मियां ने कहा कि वे कहते हैं कि हमारी आजादी 2017 के बाद हुई. 2017 के बाद असली मायनों में रामपुर आजाद हुआ. उससे पहले हम डिक्टेटरशिप में थे. अखिलेश यादव झूठ बोलते हैं कि उनकी पार्टी मुसलमानों के हित के लिए काम करती है. उन्होंने कहा कि वे बताना चाहते हैं कि 2012 से 2017 के बीच में अखिलेश सरकार में ही मस्जिद और मदरसे टूटे, कब्रिस्तान भी खोदे गए, मुसलमानों के घर भी तोड़े गए. सबसे बड़ी मुसलमानों की दुश्मन अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी है.
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नवेद मियां ने कहा कि रामपुर को आजादी तो 2017 में मिली थी. लेकिन, रामपुर का संविधान 2 दिन पहले लिखा गया है, जिस दिन आजम खान को सजा हुई. एक दुष्ट, पापी, जालिम आदमी से हम सब को आजादी मिली. नवेद मियां ने कहा कि अब्दुल्लाह आजम की विधानसभा स्वार से जब लोग उनके पास कुछ पत्र लिखवाने आते हैं तो वह कहते हैं कि वे विधायक निधि से अपने कोर्ट कचहरी का खर्चा निकालेंगे. यह तो सोच है. जो इंसान ऐसा हो तो उसका अंत तो होगा ही.
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