रामपुर: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि दिल्ली के राजघाट में है. यह तो सभी जानते हैं, लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि बापू की समाधि उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में भी है, जिसको गांधी समाधि के नाम से लोग जानते और पहचानते हैं. यह समाधि इतनी खूबसूरत है कि इसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं.
राजघाट के अलावा यहां भी है गांधी की समाधि, दूर-दूर से आते हैं पर्यटक
राजघाट के अलावा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि जिले में भी है. रामपुर रियासत के आखिरी नवाब रज़ा अली खान 11 फरवरी 1948 को गांधी जी की अस्थियां रामपुर लेकर आये थे.
बताते हैं कि रामपुर रियासत के आखिरी नवाब रज़ा अली खान 11 फरवरी 1948 को गांधी जी की अस्थियां रामपुर लेकर आये थे. उन्होंने कुछ अस्थियां कोसी नदी में विसर्जित की थी और कुछ अस्थिया नवाब गेट के पास दफन कर दी थी.
इस गांधी समाधि का सौन्दर्यीकरण सपा नेता आजम खान ने कराया था. गांधी समाधि को रामपुर की शान माना जाता है. स्वतन्त्रता दिवस, गणतंत्र दिवस और गांधी जयंती पर यहां ध्वजारोहण किया जाता है. वहीं कुछ नेता इस समाधि को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाने की मांग कर रहे हैं.