रायबरेलीःकोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है. इस दौरान लोगों को खाने पीने के साथ जरूरत की वस्तुएं सरकार से लेकर स्वयंसेवी संस्थाए पहुंचा रही हैं. सड़क पर घूम रहे जानवरों की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है. इसके चलते वो भूखे प्यासे रहने को मजबूर है. इन बेजुबानों की सेवा का बीड़ा जिले के कुछ युवाओं ने उठाया है और वो अपनी गाड़ी में खाने-पीने का सामान लेकर सड़क पर निकल पड़े है. ये युवा रास्ते में मिलने वाले जानवरों को खाना खिला रहे है.
रायबरेली में लॉकडाउन, जानवरों के लिए मसीहा बने युवा
रायबरेली के कुछ युवाओं ने जानवरों का पेट भरने का बीड़ा उठाया है. ये सभी युवा अपनी गाड़ी में खाने पीने की वस्तुएं रखकर रास्ते में मिलने वाले जानवरों को खाना खिला रहे है.
जिले में सड़कों पर जानवरों को खाने पीने की वस्तुएं कुछ युवा दे रहे है. ये युवा लॉकडाउन के चलते बेजुबान जानवरों की भूख शांत करने के लिए सड़कों पर उतरे हैं. इन्होंने इनका पेट भरने की ठान ली है. जानवरों को ये जहां देखते है, वहां पर अपनी गाड़ी रोक कर खड़े हो जाते है और जानवरों को खाने पीने का सामान देते है.
एक ओर समाजसेवी संस्था व प्रशासन आम गरीबों का पेट भरने की कोशिश कर रहे हैं तो, वहीं इन युवाओं ने बेजुबान जानवरों का पेट भरने की सोची है. इस काम में जुटे अर्पित यादव की मानें तो सभी लोग मदद में जुटे हैं, लेकिन इन जानवरों की ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा था. हमने सोचा कि इनकी भी मदद करनी चाहिए. हम लोगों से ये अपील भी करते है कि अपने आस-पास दिखने वाले भूखे जानवरों को खाने पीने की चीजें जरूर दे.