रायबरेली :जिले में शुक्रवार को डीएम ऑफिस के बाहर उस समय अफरा-तफरी मच गई. जब एक दंपति दबंगो से खुद बचाने की गुहार लगाने डीएम ऑफिस पहुंचा. पीड़ित की मुलाकात उस दौरान डीएम से नहीं हो पाई. हालांकि सिटी मजिस्ट्रेट ने पीड़ित की समस्या सुनी और प्रार्थना पत्र लेकर उसे जाने के लिए कहा. पीड़ित जीत बहादुर सिंह डीएम से मिलने के लिए इंतजार करता रहा. कुछ समय बाद डीएम वैभव श्रीवास्तव ने पीड़ित की समस्या सुनी और कार्रवाई का अश्वाशन दिया. बता दें कि पीड़ित जीत बहादुर सिंह महराजगंज तहसील के जमुरावां गांव का रहने वाला है.
पीड़ित ने दबंगों की प्रताड़ना से तंग आकर मामले की शिकायत महराजगंज उपजिलाधिकारी से की थी, लेकिन उपजिलाधिकारी ने अश्वासन देकर उसे टरका दिया था. जिसके बाद पीड़ित जीत बहादुर सिंह अपनी बीवी और बच्चे के साथ जिलाधिकारी कार्यालय में गुहार लगाने पहुंचा था. जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव द्वारा कार्रवाई की अश्वाशन दिए जाने के बाद पीड़ित लौट गया. पीड़ित जीत बहादुर सिंह ने बताया कि बीजेपी के जिला सचिव शरद और उसका साथी सचिन उसे पिछले चार- पांच दिनों से प्रताड़ित कर रहा है.
बीजेपी नेता शरद के गुर्गों ने जबरन उसके कई पेड काट दिए हैं. जब पीड़ित ने ऐसा करने से मना किया तो दबंगों ने उसके घर के सामने दीवार बना दी और जान से मारने की धमकी दी. बीजेपी नेता उसकी जमीन पर कब्जा करना चाहता है, इसीलिए उसे प्रताड़ित कर रहा है. पीड़ित जीत बहादुर सिंह का कहना है कि उसने मामले की शिकायत पहले एसडीएम से की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है. जीत बहादुर सिंह ने कहा यदि कार्रवाई नहीं हुई तो वह आत्महत्या कर लेगा.