प्रयागराजः इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के डेढ़ सौ वर्ष पूरे होने पर इसके बाइलॉज में प्रस्तावित संशोधन पर जनमत संग्रह के लिए आयोजित मतदान से पूर्व बुधवार को वकीलों ने हंगामा खड़ा कर दिया. संशोधन प्रस्ताव का विरोध कर रहे सदस्यों ने मतदान स्थल हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के लाइब्रेरी हॉल में तालाबंदी कर दी और किसी को भी मतदान के लिए भीतर नहीं जाने दिया.
इससे नाराज होकर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राधाकांत ओझा ने इस्तीफा दे दिया. हालांकि, बाद में बार एसोसिएशन के महासचिव ने कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर उनका इस्तीफा नामंजूर कर दिया. कार्यकारिणी की बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि प्रस्तावित संशोधन पर होने वाले मतदान को अग्रिम सूचना तक के लिए टाल दिया जाए. कार्यकारिणी ने वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनोज मिश्र द्वारा 21 अक्टूबर को आपात बैठक बुलाए जाने की मांग को भी नामंजूर कर दिया है.
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की कार्यकारिणी ने एसोसिएशन के गठन के डेढ़ सौ वर्ष पूरा होने के उपलक्ष में एसोसिएशन के बाइलॉज में कई प्रकार के संशोधनों का प्रस्ताव प्रस्तुत किया है. बार के आम सदस्यों की इस पर सहमति प्राप्त करने के लिए यह तय किया गया कि जनमत संग्रह कराया जाएगा. सदस्य प्रस्ताव के पक्ष या विरोध में मतदान करेंगे. मतदान के परिणाम के अनुसार संशोधन प्रस्ताव मंजूर करने या नामंजूर करने पर निर्णय किया जाएगा. बार एसोसिएशन के कई पूर्व पदाधिकारी व सदस्य शुरू से ही संशोधन प्रस्ताव का विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि प्रस्तावित संशोधन अव्यवहारिक है साथ ही इसे लाने से पूर्व और इस पर मतदान कराने का निर्णय लेने से पूर्व आमसभा का विश्वास हासिल नहीं किया गया. पूर्व महासचिव प्रभा शंकर मिश्र, अशोक कुमार सिंह, उदय शंकर तिवारी आदि का कहना था कि बाइलॉज में संशोधन का प्रस्ताव लाने से पूर्व कार्यकारिणी को आम सभा का विश्वास हासिल करना चाहिए था. इसी प्रकार से संशोधन प्रस्ताव पर मतदान का निर्णय लेने से पूर्व भी आम सभा को भरोसे में नहीं लिया गया.