प्रयागराज: प्रदेश में जिस तरह से गर्मी प्रचंड रूप धारण कर रही है, उस तरह से प्रयागराज में भी पारा दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है. ऐसे में आग लगने की संभावनाएं बढ़ गई हैं. लेकिन जिले में अगर किसी मल्टी स्टोरी बिल्डिंग या किसी 10 से 15 माले की ऊंची इमारत पर आग लग जाए तो फायर ब्रिगेड को काबू पाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ेगी.
अगर प्रयागराज में लगी बड़ी आग तो नहीं काबू कर पाएगा फायर ब्रिगेड
फायर बिग्रेड के पास पूरे जिले की एक ही हाइड्रॉलिक प्लेटफॉर्म मशीन खराब पड़ी है. इसको इंडियन तकनीक से बनाया नहीं जा सकता. इसलिए शहर में कभी भी बड़ी घटना घटने के बाद फायर ब्रिगेड को काफी मशक्कत करनी पड़ेगी.
ऐसा इसलिए क्योंकि फायर बिग्रेड के पास पूरे जिले की एक ही हाइड्रॉलिक प्लेटफॉर्म मशीन खराब पड़ी है. इसको इंडियन तकनीक से बनाया नहीं जा सकता. इसलिए शहर में कभी भी बड़ी घटना घटने के बाद फायर ब्रिगेड को काफी मशक्कत करनी पड़ेगी.
- एक जरा सी चिंगारी एक बड़ी घटना को अंजाम दे सकती है.
- ऐसे में गर्मी के दिनों में अलर्ट रहने वाला फायर ब्रिगेड इन दिनों काफी मुश्किल में है.
- हाइड्रॉलिक प्लेटफॉर्म मशीन 42 मीटर ऊपर जाकर आग पर काबू पा सकती है.
- इतना ही नहीं, 10 से 15 मंजिल की ऊंची इमारत पर लगी आग को मिनटों में काबू कर सकती है.
- बता दें कि प्रयागराज में केवल 1 ही हाइड्रॉलिक प्लेटफॉर्म मशीन है, वो भी कई महीनों से खराब पड़ी है.
- पूरे उत्तर प्रदेश में इन मशीनों की संख्या 6 से 7 है.
क्या कहना है फायर ब्रिगेड चीफ का
फायर ब्रिगेड के चीफ रविंद्र मिश्रा का कहना है कि हमने कई बार शासन स्तर पर लेटर लिख दिया है और अवगत करा दिया है कि जल्द से जल्द इसको ठीक कराया जाए. उन्होंने बताया कि ये हाइड्रॉलिक प्लेटफार्म मशीन इटली की है, जो भारत के इंजीनियर ठीक नहीं कर सकते. इसलिए ये समस्या आ रही है. इनकी फर्म दिल्ली और मुंबई में है, जिनको सूचित कर दिया गया है. फायर विभाग के अधिकारी भी इस बात को मानने को तैयार हैं कि अगर बड़ी घटना घटित होती है तो आग पर काबू पाना मुश्किल होगा.