प्रयागराज: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने पीसीएस-2019 की होने वाली भर्ती के लिए विज्ञापन जारी कर दिया गया है. जारी किए गए विज्ञापन में पीसीएस मुख्य परीक्षा 2019 के पैटर्न में बड़ा बदलाव किया गया है. पीसीएस 2019 को लेकर जारी किए गए इस विज्ञापन में पांच विषयों को हटाया गया है. अब 33 के बजाय 28 विषयों की ही मुख्य परीक्षा आयोजित होगी. आयोग ने जिन पांच विषयों को हटाया है, उसमें रक्षा अध्ययन, समाज कार्य, अरबी, फारसी और कृषि अभियांत्रिकी विषय को मुख्य परीक्षा के पैटर्न से बाहर किया गया. पीसीएस परीक्षा में हुए इस तरह के अचानक बदलाव से प्रतियोगी छात्रों में मायूसी छा गई है और अभी इसके लिए वह पूर्ण रूप से तैयार भी नहीं हैं.
परीक्षा के पैटर्न में बड़ा बदलाव
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में यूपीएससी की तर्ज पर ही पीसीएस मेंस की परीक्षा के पैटर्न में बड़ा बदलाव किया गया है. नए पैटर्न के तहत अब 33 के बजाय 28 विषयों में ई-मित्र परीक्षा आयोजित होगी. जारी किए गए विज्ञापन में पहली बार महिला आरक्षण से संबंधित विवाद का भी आयोग ने जिक्र किया है और महिला आरक्षण का लाभ सिर्फ उत्तर प्रदेश की महिला अभ्यर्थी को ही देने की बात कही गई है.
साक्षात्कार में दोगुना अभ्यर्थियों को बुलाया जाएगा
अधिसूचना में कहा गया है कि अंतिम परिणाम न्यायालय के निर्णय के अधीन रहेगा. नए बदलाव के तहत अब मुख्य परीक्षा में 13 गुना अभ्यर्थी शामिल किए जाएंगे, जबकि अभी तक लगभग 18 गुना अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होते थे. इसके साथ ही उसके बाद सफल होने वाले साक्षात्कार में दोगुना अभ्यर्थियों को ही बुलाया जाएगा, जबकि इससे पहले साक्षात्कार के लिए तीन या इससे अधिक गुना अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता रहा है.
पीसीएस 2019 की प्री परीक्षा 15 दिसंबर को आयोजित
आयोग के द्वारा जारी किए गए कैलेंडर के मुताबिक पीसीएस 2019 की प्री परीक्षा 15 दिसंबर को आयोजित होगी. आयोग के द्वारा किए गए बदलावों पर प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि आयोग को अगर विषयों को हटाना ही था तो उसकी सूचना पहले दे देता, क्योंकि जो भी छात्र हटाए गए विषयों की तैयारी पहले से कर रहे थे, उनको बहुत ही बड़ा नुकसान होगा.