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साल 2020 में मालामाल हुई ट्रैफिक पुलिस - 2020 में 11 महीने में हुए चालान

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले की ट्रैफिक पुलिस कोरोना काल में मालामाल हो गई है. इस साल 11 महीने में ट्रैफिक पुलिस ने 2 लाख 93 हजार 894 वाहनों का चालान किया, जिससे उसे जुर्माने के रूप में 5 करोड़ 42 लाख 76 हजार 550 रुपये प्राप्त हुए. देखिए ये खास रिपोर्ट...

prayagraj traffic police in corona era
साल 2020 में प्रयागराज की ट्रैफिक पुलिस ने करोड़ों रुपये कमाए.

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Published : Dec 28, 2020, 6:06 PM IST

प्रयागराज :कोरोना महामारी से प्रभवित साल 2020 जहां बड़े-बड़े उद्योग धंधों के लिए घाटे वाला साबित हुआ. वहीं ट्रैफिक पुलिस को साल 2020 ने मालामाल कर दिया. 2019 के मुकाबले 2020 में सिर्फ 11 महीनों में ही ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों के ई-चालान की संख्या दोगुनी से ज्यादा हो गई. जनवरी 2020 से लेकर नवम्बर तक 11 महीनों में करोड़ों रुपये की आय सिर्फ चालान से मिले जुर्माने की राशि से हुई है. 11 महीनों में 2 लाख 93 हजार 894 वाहनों का ई-चालान किया गया है, जिसमें से अभी तक 25 फीसदी से भी कम लोगों ने जुर्माना भरा है.

स्पेशल रिपोर्ट...
कोरोना महामारी के बीच ट्रैफिक पुलिस ने काटे ई-चालान

साल 2020 की शुरुआत के साथ ही दुनिया के कई देशों में कोरोना की दस्तक हो चुकी थी. देश में मार्च महीने के आखिरी सप्ताह से लॉकडाउन की शुरुआत हो गई थी. प्रयागराज में लॉकडाउन से लेकर अनलॉक-5 तक ट्रैफिक पुलिस जिले भर में मुस्तैदी से तैनात होकर ड्यूटी कर रही थी, जिसका नतीजा यह हुआ कि कोरोना काल में जहां बड़े-बड़े उद्योग-धंधे मंदी और घाटे की वजह से बंद होने की कगार तक पहुंच गए, वहीं इस दौर में ट्रैफिक पुलिस ने चालान की संख्या दोगुनी से ज्यादा करके जुर्माने के रूप में करोड़ों रुपये वसूले. पूरे जिले में चौक चौराहों पर ड्यूटी करने का नतीजा ये रहा कि 2019 के मुकाबले 2020 में वाहनों के चालान की संख्या दोगुनी से भी ज्यादा हो गई. इस साल पिछले साल के मुकाबले दोगुने से ज्यादा चालान की संख्या बढ़ी. इसके साथ ही जुर्माने के रूप में वसूली गई रकम में भी इजाफा हुआ.

2020 में 11 महीने में हुए चालान का विवरण:

1- जनवरी

जनवरी माह में 10 हजार 669 वाहनों का चालान किया गया. गलत पार्किंग करने पर 4 हजार 335, बिना हेलमेट के 3 हजार 670, ड्राइविंग लाइसेंस न दिखा पाने पर 953, गड़बड़ नंबर प्लेट वाले 670, सीट बेल्ट न लगाने वाले 652 और बाइक पर तीन सवारी वाले 498 वाहनों का चालान किया गया. इसके अलावा यातायात के कई दूसरे नियमों का उल्लंघन करने पर भी वाहनों का चालान किया गया है.

2- फरवरी

फरवरी माह में 14 हजार 15 वाहनों का चालान किया गया. गलत पार्किंग करने पर 4 हजार 238, बिना हेलमेट के 6 हजार 653, ड्राइविंग लाइसेंस न दिखा पाने पर 1 हजार 539, गड़बड़ नंबर प्लेट वाले 901, सीट बेल्ट न लगाने वाले 529 और बाइक पर तीन सवारी वाले 841 वाहनों का चालान किया गया. इसके अलावा यातायात के कई दूसरे नियमों का उल्लंघन करने पर भी वाहनों का चालान किया गया है.

3- मार्च

मार्च माह में 22 हजार 204 वाहनों का चालान किया गया. गलत पार्किंग करने पर 3 हजार 377, बिना हेलमेट के 13 हजार 525, ड्राइविंग लाइसेंस न दिखा पाने पर 3 हजार 285, गड़बड़ नंबर प्लेट वाले 1 हजार 489, सीट बेल्ट न लगाने वाले 1 हजार 17 और बाइक पर तीन सवारी वाले 1 हजार 178 वाहनों का चालान किया गया. इसके अलावा यातायात के कई दूसरे नियमों का उल्लंघन करने पर भी वाहनों का चालान किया गया है.

चेकिंग अभियान का एक दृश्य.

4- अप्रैल

अप्रैल माह में 43 हजार 138 वाहनों का चालान किया गया. गलत पार्किंग करने पर 1 हजार 723, बिना हेलमेट के 30 हजार 924, ड्राइविंग लाइसेंस न दिखा पाने पर 7 हजार 902, गड़बड़ नंबर प्लेट वाले 2 हजार 856, सीट बेल्ट न लगाने वाले 1 हजार 715 और बाइक पर तीन सवारी वाले 1 हजार 324 वाहनों का चालान किया गया. इसके अलावा यातायात के कई दूसरे नियमों का उल्लंघन करने पर भी वाहनों का चालान किया गया है.

5- मई

मई माह में 26 हजार 864 वाहनों का चालान किया गया. गलत पार्किंग करने पर 1 हजार 485, बिना हेलमेट के 19 हजार 487, ड्राइविंग लाइसेंस न दिखा पाने पर 3 हजार 287, गड़बड़ नंबर प्लेट वाले 1 हजार 954, सीट बेल्ट न लगाने वाले 1 हजार 33 और बाइक पर तीन सवारी वाले 609 वाहनों का चालान किया गया. इसके अलावा यातायात के कई दूसरे नियमों का उल्लंघन करने पर भी वाहनों का चालान किया गया है.

6- जून

जून माह में 24 हजार 481 वाहनों का चालान किया गया. गलत पार्किंग करने पर 2 हजार 556 , बिना हेलमेट के 17 हजार 363, ड्राइविंग लाइसेंस न दिखा पाने पर 2 हजार 546, गड़बड़ नंबर प्लेट वाले 1 हजार 416, सीट बेल्ट न लगाने वाले 845 और बाइक पर तीन सवारी वाले 979 वाहनों का चालान किया गया. इसके अलावा यातायात के कई दूसरे नियमों का उल्लंघन करने पर भी वाहनों का चालान किया गया है.

7-जुलाई

जुलाई माहमें 23 हजार 593 वाहनों का चालान किया गया. गलत पार्किंग करने पर 2 हजार 817, बिना हेलमेट के 12 हजार 565, ड्राइविंग लाइसेंस न दिखा पाने पर 2 हजार 762, गड़बड़ नंबर प्लेट वाले 1 हजार 642, सीट बेल्ट न लगाने वाले 1 हजार 752 और बाइक पर तीन सवारी वाले 700 वाहनों का चालान किया गया. इसके अलावा यातायात के कई दूसरे नियमों का उल्लंघन करने पर भी वाहनों का चालान किया गया है.

8- अगस्त

अगस्त माह में 64 हजार 886 वाहनों का चालान किया गया. गलत पार्किंग करने पर 2 हजार 548, बिना हेलमेट के 7 हजार 548, ड्राइविंग लाइसेंस न दिखा पाने पर 2 हजार 208, गड़बड़ नंबर प्लेट वाले 1 हजार 28, सीट बेल्ट न लगाने वाले 584 और बाइक पर तीन सवारी वाले 627 वाहनों का चालान किया गया. इसके अलावा यातायात के कई दूसरे नियमों का उल्लंघन करने पर भी वाहनों का चालान किया गया है.


9- सितंबर

सितंबर माह में 13 हजार 79 वाहनों का चालान किया गया. गलत पार्किंग करने पर 2 हजार 556, बिना हेलमेट के 4 हजार 429, ड्राइविंग लाइसेंस न दिखा पाने पर 1 हजार 474, गड़बड़ नंबर प्लेट वाले 344, सीट बेल्ट न लगाने वाले 950 और बाइक पर तीन सवारी वाले 356 वाहनों का चालान किया गया. इसके अलावा यातायात के कई दूसरे नियमों का उल्लंघन करने पर भी वाहनों का चालान किया गया है.

चालान जमा करने पहुंचे लोग.

10- अक्टूबर

अक्टूबर माह में 7 हजार 164 वाहनों का चालान किया गया. गलत पार्किंग करने पर 2 हजार 214, बिना हेलमेट के 3 हजार 122, ड्राइविंग लाइसेंस न दिखा पाने पर 1 हजार 6, गड़बड़ नंबर प्लेट वाले 172, सीट बेल्ट न लगाने वाले 560 और बाइक पर तीन सवारी वाले 194 वाहनों का चालान किया गया. इसके अलावा यातायात के कई दूसरे नियमों का उल्लंघन करने पर भी वाहनों का चालान किया गया है.

11- नवम्बर

नवम्बर माह में 43 हजार 801 वाहनों का चालान किया गया. गलत पार्किंग करने पर 4 हजार 632, बिना हेलमेट के 12 हजार 449 , ड्राइविंग लाइसेंस न दिखा पाने पर 2 हजार 969, गड़बड़ नंबर प्लेट वाले 676, सीट बेल्ट न लगाने वाले 2 हजार 713 और बाइक पर तीन सवारी वाले 579 वाहनों का चालान किया गया. इसके अलावा यातायात के कई दूसरे नियमों का उल्लंघन करने पर भी वाहनों का चालान किया गया है.

चेकिंग अभियान.
2020 में कैसे कितना भर गया जुर्माना

इस साल जहां चालान की संख्या बढ़ी, वहीं जुर्माना भरने वालों की संख्या पिछले साल के मुकाबले कम हो गई. 11 महीने में ट्रैफिक पुलिस ने 2 लाख 93 हजार 894 वाहनों का चालान किया, लेकिन अभी तक महज 70 हजार 159 लोगों ने ही जुर्माना अदा किया है. लोगों द्वारा दिए गए इस जुर्माने से ट्रैफिक पुलिस को 5 करोड़ 42 लाख 76 हजार 550 रुपये प्राप्त हुए हैं.

ऑनलाइन जुर्माना भरने वालों की संख्या बढ़ी

2020 में हुए कुल चालान में सबसे ज्यादा जुर्माना ऑनलाइन तरीके से लोगों ने भरा है. 70 हजार 159 लोगों ने 11 महीने में जुर्माना भरा है, जिसमें से 43 हजार 556 लोगों ने ऑनलाइन तरीके से जुर्माना भरा है. जबकि मौके पर सिर्फ 3 हजार 973 लोगों ने ही जुर्माने की राशि जमा की थी. वहीं 22 हजार 630 लोगों ने ट्रैफिक पुलिस ऑफिस जाकर जुर्माना भरा है.

2019 में ट्रैफिक पुलिस ने एक लाख 50 हजार वाहनों का किया चालान
2019 में ट्रैफिक पुलिस ने 12 महीनों में 1 लाख 39 हजार 924 वाहनों का चालान किया था, जिसमें से 55 हजार 915 लोगों ने जुर्माने के रूप में 4 करोड़ 40 लाख 4 हजार 900 रुपये जमा किए थे.

साल 2019 के किस महीने में कितने वाहनों का चालान हुआ

माह चालान
जनवरी 545
फरवरी 2157
मार्च 3847
अप्रैल 15120
मई 9145
जून 21101
जुलाई 21038
अगस्त 16589
सितंबर 7953
अक्टूबर 11916
नवम्बर 21474
दिसम्बर 9039

2019 में करीब 19 हजार लोगों ने भरा ऑनलाइन जुर्माना

2019 में हुए चालान में 18 हजार 986 लोगों ने ऑनलाइन जुर्माना भरा था. जबकि मौके पर सिर्फ 8 हजार 423 लोगों ने जुर्माना अदा किया था. वहीं सबसे ज्यादा 28 हजार 506 लोगों ने ट्रैफिक पुलिस के दफ्तर पहुंचकर काउंटर पर जुर्माना अदा किया था. 2019 में सबसे ज्यादा संख्या उन लोगों की थी, जिन्होंने ट्रैफिक पुलिस दफ्तर जाकर जुर्माना भरा था.

सरकारी कोष में जमा होती है जुर्माने की राशि

ट्रैफिक पुलिस चालान के रूप में मिलने वाली जुर्माने की करोड़ों रुपये की राशि को सरकारी कोष में जमा कराती है. ट्रैफिक सुधार और यातायात जागरूकता के लिए चलाए जाने वाले अभियानों के लिए बजट सरकार द्वारा जारी किया जाता है. ट्रैफिक पुलिस ट्रैफिक सुधार के मद में मिलने वाली राशि से ही ट्रैफिक सुविधाओं को जनता तक पहुंचाती है. इसके अलावा ट्रैफिक पुलिस सरकार से मिली राशि के जरिए ही शहर में ट्रैफिक से जुड़ी सभी सुविधाओं का रखरखाव करती है.

सिर्फ एक महीने चलाया जाता है जागरूकता अभियान

ट्रैफिक पुलिस वाहन चालकों का चालान करके करोड़ों रुपये कमा तो रही है, लेकिन लोगों को ट्रैफिक नियमों के बारे में जागरूक करने के लिए साल भर कुछ खास नहीं करती है. नवंबर महीने में ट्रैफिक पुलिस की तरफ से ट्रैफिक माह मनाया जाता है. इस एक महीने के दौरान ट्रैफिक पुलिस की ओर से पूरे जिले में लोगों को जागरूक किया जाता है. सड़कों से लेकर स्कूल, कॉलेज और चौराहों तक पर अलग-अलग तरह के कार्यक्रम आयोजित कर ट्रैफिक नियमों के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाई जाती है. इस एक महीने में अभियान के तहत जिस तरह से लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक किया जाता है, उसी तरह का अभियान निरंतर साल भर चलाने की जरूरत है, क्योंकि अभी भी बहुत से ऐसे लोग हैं, जो सड़कों पर गाड़ियां तो चलाते हैं, लेकिन उन्हें ट्रैफिक रूल्स के बारे में पूरी तरह से जानकारी नहीं है.

ट्रैफिक पुलिस को लेकर शहरियों की क्या है राय

जिले में जगह-जगह ट्रैफिक पुलिस द्वारा किए जाने वाले चेकिंग अभियान को लेकर कार और बाइक चलाने वाले वाहन चालकों की अलग-अलग राय है. कुछ लोग ट्रैफिक पुलिस के इस अभियान की जहां सराहना करते हैं, वहीं कुछ लोग ट्रैफिक पुलिस द्वारा किए जा रहे चालान की वजह से नाराज हैं. शहर के कई चौराहों पर कैमरे लगे हुए है, जिनके जरिए यातायात नियमों को तोड़ने वालों का ई-चालान होता है.

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