प्रयागराज: जिले में हस्तशिल्प के जरिए बनने वाले मशहूर उत्पाद अब रेलवे स्टेशनों पर नजर आएंगे. यात्री भी अब स्टेशन से ही इन उत्पादों को आसानी से प्राप्त कर सकेंगे. इसके लिए भारतीय रेलवे ने पूरी तैयारी कर ली है और देश के 750 रेलवे स्टेशनों पर वन स्टेशन वन प्रोडक्ट स्कीम के तहत महत्त्वपूर्ण उत्पादों के (Prayagraj Railway promotion of local products) स्टोर लगाए जाएंगे. इसका पायलट प्रोजेक्ट अलग-अलग स्टेशनों पर शुरू किया जा चुका है.
केंद्र सरकार की वोकल फॉर लोकल नीति (Central Government Vocal for Local Policy) के तहत स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिया (Prayagraj Railway promotion of local products) जा रहा है. एक स्टेशन एक उत्पाद योजना (one station one product scheme) की शुरुआत यूनियन बजट 2022-2023 से की गई. इस योजना के तहत उत्तर मध्य रेलवे जोन के 37 रेलवे स्टेशनों पर स्थानीय उत्पादों के स्टॉल शुरू किए गए हैं. इसमें अभी तक प्रयागराज मंडल पर लघु उद्यमियों द्वारा निर्मित स्थानीय उत्पादों और उनकी पर्याप्त बिक्री को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अभी तक में लगभग 15 उद्यमियों को स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए अलग-अलग स्टेशनों पर स्टॉल आवंटित किए गई हैं.
प्रयागराज स्टेशन और प्रयागराज छिवकी पर पेठा, रेवड़ी, आंवला से बने हुए प्रोडक्ट, कानपुर में लेदर, अलीगढ़ में पीतल हार्डवेयर प्रोडक्ट, टूंडला स्टेशन पर कुल्फी और फतेहपुर स्टेशन पर हाथ से बने अचार चटनी की दुकानें 15-15 दिनों के लिए आवंटित की गई हैं. यहां पर यात्री इन उत्पादों की खरीद कर रहे हैं. उत्पादों की बिक्री को देखते हुए उद्यमियों को मौका देने के लिए आगे उद्यमियों को रेलवे स्टॉल के लिए अस्थायी रूप से जगह दी जाएगी. इससे एक जिला एक उत्पाद (one station one product scheme) से जुड़े व्यवसायियों को आर्थिक संबल मिलेगा.
पढें-छात्रा ने गार्डन से फूल तोड़ा तो प्रिंसिपल ने पीटा, गिरफ्तारी की मांग पर सड़क पर उतरे कई संगठन के सदस्य