प्रयागराज:कायस्थ समाज का एशिया का सबसे बड़ा ट्रस्ट केपी ट्रस्ट है. इसके अध्यक्ष और 20 कार्यकारिणी सदस्यों के चुनाव के लिए सोमवार को मतदान हुआ. अध्यक्ष पद के लिए 4 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. वहीं, कार्यकारिणी के 20 पदों के लिए 60 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. केपी ट्रस्ट के इस चुनाव में भाग लेने के लिए प्रयागराज के साथ ही दूसरे प्रदेश से आए मतदाता वोट डालने पहुंचे. जिला प्रशासन की तरफ से मतदान के दौरान किसी तरह की गड़बड़ी न हो, उसके लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए. मंगलवार को वोटों की गिनती के बाद परिणाम घोषित किया जाएगा.
सोमवार को केपी ट्रस्ट के चुनाव से पहले तक अध्यक्ष पद के दो मुख्य दावेदारों के बीच कांटे की टक्कर के साथ ही सड़कों पर भी उनके वर्चस्व की जंग देखने को मिली. सोमवार को मतदान से पहले अध्यक्ष पद के प्रत्याशी राघवेन्द्र नाथ सिंह और डॉ सुशील कुमार सिन्हा के समर्थकों ने आपस में मारपीट और हंगामा करने के साथ ही एक दूसरे के ऊपर आरोप प्रत्यारोप लगाए. दोनों ही पक्षों ने एक दूसरे के ऊपर कई प्रकार के आरोप लगाए. रविवार शाम को दोनों पक्ष की तरफ से एक दूसरे के खिलाफ जार्ज टाउन थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया. वहीं, दोनों पक्षों के बीच हुए विवाद का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. केपी ट्रस्ट के अध्यक्ष पद चुनाव को लेकर दो उम्मीदवारों के बीच प्रतिष्ठा की जंग चल रही है. सालों से केपी ट्रस्ट के अध्यक्ष पद पर चौधरी परिवार का दबदबा कायम रहा है.
भाजपा के दो नेता भी इस चुनाव में आमने सामने
केपी ट्रस्ट के इस चुनाव में सत्ताधारी दल भाजपा के दो विधायकों की भी प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. इसमें चौधरी राघवेन्द्र नाथ सिंह के परिवार की तरफ से शहर पश्चिमी के विधायक व पूर्व मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह हैं तो दूसरी तरफ दूसरे प्रत्याशी डॉ सुशील कुमार सिन्हा की तरफ से भाजपा के एमएलसी डॉ केपी श्रीवास्तव मजबूती के साथ खड़े हुए हैं. सिद्धार्थ नाथ सिंह चौधरी राघवेंद्र नाथ सिंह के जहां पारिवारिक सदस्य हैं तो वहीं, डॉ केपी श्रीवास्तव डॉ सुशील कुमार सिन्हा के बेहद करीबी माने जाते हैं. इस वजह से वो मजबूती के साथ उनके साथ हैं.