आईपीएस अफसरों ने प्रतियोगी छात्रों को दिए टिप्स प्रयागराज : पुलिस के आलाधिकारियों ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों से संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया. पुलिस लाइन में आयोजित छात्रों के साथ इस कार्यक्रम में पुलिस आयुक्त रमित शर्मा से लेकर जिले में आए हुए नवागंतुक आईपीएस अफसरों तक ने छात्रों के सवालों और यूपीएससी से जुड़ी जिज्ञासाओं को शांत किया. मेडिकल और इंजीनियरिंग के साथ ही यूपीएससी व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों ने परीक्षा से जुड़े सवाल आईपीएस अफसरों से पूछे. जिसका जवाब पुलिस आयुक्त से लेकर डीसीपी तक ने विस्तार से दिया.
आईपीएस अफसरों ने प्रतियोगी छात्रों को दिए टिप्स 'हर छात्र में होती है कुछ खास विशेषता' :पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने कहा कि हर छात्र के अंदर कुछ न कुछ विशेषता जरूर होती है और उनकी कुछ कमजोरी भी होती है, जिसे जानने की जरूरत है. जब छात्र यह जान लेंगे कि उनके अंदर क्या विशेषता है और क्या कमी तो उनकी पढ़ाई की राह आसान हो जाएगी. उन्होंने बताया कि यूपीएससी की परीक्षा देने से पहले छात्रों को परीक्षा का सिलेबस जरूर अच्छे से पढ़ लेना चाहिए. जिससे उन्हें पता चल जाएगा कि उन्हें क्या और कितना पढ़ना है, इससे उनकी तैयारी बेहतर होगी. पुलिस आयुक्त ने बताया कि छात्रों को सफलता के लिए कोचिंग जाना जरूरी नहीं है. खुद उन्होंने बिना कोई कोचिंग किए यूपीएससी की परीक्षा पास की थी. सभी छात्रों को अपनी रुचि के अनुसार क्षेत्र चुनना चाहिए. क्योंकि अपनी रुचि वाले क्षेत्र में कार्य करने जाएंगे तो सफलता मिलने की उम्मीद ज्यादा रहती है.
'असफलता से कुछ न कुछ सीखने को जरूर मिलता है' :इस कार्यक्रम के दौरान छात्रों को सफलता के टिप्स बताने के साथ ही उन्हें असफलता से घबराने की जगह उससे भी कुछ सीखने की नसीहत दी गई. सवाल-जवाब के दौरान डीसीपी सिटी दीपक भूकर ने छात्रों को बताया कि असफलता से कुछ न कुछ सीखने को जरूर मिलता है और उसे दूर करके सफलता हासिल करने का रास्ता बनता है, इसलिए असफलता से घबराने की जगह उससे भी हर बार कुछ न कुछ सीखने का प्रयास करें, जिससे सफलता जरूर मिलेगी, वहीं कार्यक्रम में मौजूद महिला डीसीपी श्रद्धा पांडेय ने छात्रों को बताया कि किसी भी परीक्षा या कोर्स का पूरा सिलेबस पूरा करना सभी के लिए संभव नहीं होता है, लेकिन आप जितना पढ़ पा रहे हैं उसको इस तरह से पढ़िए की जितना आपने पढ़ा है वो पूरा होना चाहिए. थोड़ा-थोड़ा सब कुछ पढ़ने से बेहतर होता है कि आप जितना पढ़ें जितना स्टडी मैटेरियल तैयार करें उस पर आपकी पकड़ पूरी होनी चाहिए.
'छात्र को नहीं लेना चाहिए पढ़ाई का प्रेशर' :उन्होंने कहा कि किसी भी छात्र को पढ़ाई का प्रेशर नहीं लेना चाहिए, बल्कि प्रतियोगी परीक्षा की पढ़ाई करते समय कहीं आप असफल होते हैं तो उसको छोड़कर दूसरी परीक्षा की तैयारी करिए क्योंकि आप पढ़ाई कर रहे हैं तो आपकी मंजिल आपका इंतजार कर रही है. बस आपको वहां तक पहुंचने भर की देर है. उन्होंने कहा कि जो भी छात्र मेहनत और ईमानदारी से पढ़ाई करते हैं सफलता उन्हें जरूर मिलती है, जबकि डीसीपी यमुना नगर अभिनव त्यागी ने छात्रों के साथ संवाद के दौरान उन्हें कभी निराश और हताश न होने की नसीहत दी. साथ ही छात्रों को बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के साथ ही उन्हें अपने अंदर आत्मविश्वास बनाए रखना चाहिए. किसी भी एक परीक्षा में असफल होने पर प्रतियोगी छात्रों का सफर समाप्त नहीं होता है.
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