धूमधाम से निकाली गई भगवान शिव की बारात. प्रयागराजः धर्म और आस्था की नगरी प्रयागराज में शनिवार भोर से ही संगम में लोग आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. वहीं, पूरे शहर में जगह-जगह शिव बारात निकाली जा रही है. आज लोकनाथ मिलन संघ द्वारा भूत, पिशाच अघोरी और किन्नर बारात में शामिल हुए नाचते गाते भगवान शंकर के नारे लगाते रहे. यह परंपरा सदियों से चली आ रही है. इस बारात में ब्रह्मा और विष्णु महेश अगुवाई कर रहे थे. कहते हैं कि महाशिवरात्रि पर भगवान शंकर का माता पार्वती के साथ विवाह हुआ था, इसलिए रात में शंकर की बारात निकाली जाती है.
जिस तरह से एक कन्या का विवाह होता है, उसी तरह पूरे रीति रिवाज के साथ बारात निकलती है और फिर मंदिर में विवाह होता है. इसके बाद विशाल भंडारे का आयोजन होता है. फिर भगवान शंकर माता पार्वती को लेकर वापस आते हैं. रात में पूजा कर फलाहार किया जाता है.
अगले दिन सवेरे जौं, तिल, खीर और बेलपत्र का हवन करके व्रत समाप्त किया जाता है. शिवजी के सुंदर मस्तक पर चंंद्रमा, सिर पर गंगाजी, तीन नेत्र, सांपों का जनेऊ, गले में विष और छाती पर नरमुण्डों की माला थी. एक हाथ में त्रिशूल और दूसरे में डमरू सुशोभित है. शिवजी नंदी पर चढ़कर चले जा रहे थे.
कुशीनगर में गाजे-बाजे के साथ भगवान शिव की निकली बारात
कुशीनगर में महाशिवरात्रि के मौके पर शनिवार को गाजे-बाजे के साथ जिले में जगह-जगह शिव बरात निकाली गई. इस दौरान बम-बम भोले और हर-हर महादेव के नारों से पूरा वातावरण गूंज उठा. महिलाओं ने भगवान शिव का परछावन किया और मंगल गीत गाया. सुरक्षा को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा.
गुदरी बाजार स्थित प्राचीन श्री बुढ़िया माता मंदिर परिसर से गाजे-बाजे के साथ शिव बरात निकाली गई. नगर के तिलक चौक, छुटिया गेट, सुभाष चौक, धर्मशाला रोड होते हुए दोबारा बुढ़िया माता मंदिर परिसर में पहुंचकर कार्यक्रम का समापन हुआ. इस बारात में भगवान शिव, पार्वती, ब्रह्मा, विष्णु, गणेश और शिव गण व भूत प्रेत की झांकियां अद्भुत छटा बिखेर रही थी. शिव बारात के मंदिर पहुंचते ही पारंपरिक तरीके से महिलाओं ने भगवान शिव का परछावन किया.
शिव-पार्वती के जयमाला का कार्यक्रम इसके बाद शिव-पार्वती के जयमाला का कार्यक्रम संपन्न कराया गया. इस दौरान आयोजकों की तरफ से भंडारा का आयोजन कर श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित किया गया. इसी कड़ी में कसया नगर मे शिव बरात निकाली गयी, जो देखते बन रही थी. इस दौरान हर-हर महादेव के साथ शिव बरात पूरे नगर मे भ्रमण करने के बाद शिव मंदिर पहुंची, जहां समापन के बाद भंडारे में सभी शिवभक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया.
झांसी में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने किया शिव बारात का फूलों से स्वागत
मुरली मनोहर मंदिर के पास से शुरु होकर बारात ने शहर के विभिन्न हिस्सों का भ्रमण किया और अंत में मढ़िया महाकालेश्वर मंदिर पर समाप्त हुई. मढ़िया शिव मंदिर पहुंचे लोगों ने धूमधाम से भगवान शिव का जलाभिषेक किया. शिव बारात में सांसद अनुराग शर्मा विधायक रवि शर्मा के अलावा बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए और लोगों ने डीजे की धुन पर नाचते गाते हुए भगवान शिव की बारात में हिस्सा लिया. शिव बारात में भगवान शिव और उनके सहयोगी अपने अलग-अलग रुप-रंग और वेष-भूषा में मौजूद रहे.
मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शिव बारात का फूलों से स्वागत किया. मुस्लिम समाज के लोगों ने फूलों की बर्षा कर बारात में शामिल शिव भक्तों का स्वागत किया. जिला प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर बडी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया और अराजक तत्वों पर ड्रोन कैमरे से नजर बनाये रखी गई. सीरत कमेटी के अध्यक्ष असलम खान ने बताया की जबसे शव बारात निकल रही, तब से सभी मिलकर पुष्प वर्षा कर स्वागत करते हैं और ये परंपरा सदियों से चली आ रही है.
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